टेंडर के लिए भेजे गए ड्राफ्ट के मुताबिक मुख्य बांध का निर्माण तो 135 करोड़ 77 लाख रुपए में होगा, जबकि 143 करोड़ 72 लाख रुपए में नहरी सिस्टम बिछाया जाएगा। दोनों निर्माण कार्यों के टेंडर अलग-अलग होंगे। जबकि शेष राशि 135 करोड़ रुपए भू अर्जन आदि कार्यों के लिए होगी। बताया गया है कि बांध और नहरी सिस्टम में कुल 890 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित होगी, जिसमें शासकीय, निजी और वन भूमि शामिल है। बताया गया है कि टेंडर ड्राफ्ट भोपाल में प्रमुख अभियंता कार्यालय में सबमिट कर दिया गया है, जहां से अब टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी।
बताया गया है कि गत वर्ष प्रदेश सरकार ने अनुपूरक बजट में मूंझरी बांध को मंजूरी दी और अक्टूबर 2018 में प्रदेश सरकार केबिनेट ने भी इसे स्वीकृत कर दिया। जिसके बाद बीते एक साल में सर्वे आदि की औपचारिकताओं के बाद अब टेंडर प्रक्रिया शुरू की जा रही है। 414 करोड़ के प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद बड़ौदा और कराहल क्षेत्र के 34 गांवों की 11 हजार 575 हेक्टेयर जमीन सिंचित होगी।
आवदा बांध से भी बड़ा होगा बांध
जिले के बड़ौदा क्षेत्र में मूंझरी नामक स्थान पर अहेली नदी पर बनने वाला ये बांध जिले के आवदा बांध से भी बड़ा होगा। आवदा बांध की भराव क्षमता 45 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी की है, जबकि बनने वाले मूंझरी बांध में 56 मिलियन क्यूबिक पानी स्टोरेज होगा। जिसमें से 2.5 एमसीएम पानी पेयजल के लिए भी सुरक्षित रखा जाएगा।
6960-मीटर लंबाई रहेगी बांध की पूरी पाल की।
32-मीटर ऊंचाई रहेगी बांध की।
56-मिलियन क्यूबिक मीटर पानी रहेगा बांध में स्टोरेज।
2.5-एमसीएम पानी रहेगा पेयजल के लिए।
890-हेक्टेयर जमीन कुल होगी बांध के लिए अधिग्रहण।
730-हेक्टेयर जमीन है वन विभाग की डूब क्षेत्र में।
160-हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित होगी निजी व शासकीय।
मंूझरी बांध एक बड़ा प्रोजेक्ट है, जिसके लिए टेंडर तैयार कर प्रकाशन के लिए भेजा है। ये हमने पिछले दिनों प्रमुख अभियंता कार्यालय भोपाल में सबमिट कर दिया है। अब इसमें टेंडर प्रक्रिया शासनस्तर से ही होगी।
सुभाष गुप्ता
कार्यपालन यंत्री, जलसंसाधन विभाग श्योपुर