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श्योपुर

कहीं टेबल कुर्सी तो कहीं टाटपट्टी पर बैठकर दी परीक्षा

परीक्षा केन्द्रों पर फर्नीचर की व्यवस्था कराने में नाकाम रहे अफसर ३१ परीक्षा केन्द्रों पर हाईस्कूल की बोर्ड परीक्षा शुरु,

श्योपुरMar 02, 2019 / 01:57 pm

Laxmi Narayan

sheopur

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श्योपुर,
हाईस्कूल की बोर्ड परीक्षा शुक्रवार से शुरु हुई। परीक्षा के पहले दिन हाईस्कूल के छात्र-छात्राओं ने ३१ परीक्षा केन्द्रों पर संस्कृत विषय का पर्चा हल किया।
खास बात यह है कि परीक्षा देने पहुंचे परीक्षार्थियों को बैठक व्यवस्था के चलते परेशानी का सामना करना पड़ा। क्योंकि शिक्षा विभाग के अफसर परीक्षा केन्द्रों पर फर्नीचर की व्यवस्था नहीं करा सके।ऐसे में किसी केन्द्र पर टेबल कुर्सी पर बैठकर तो किसी केन्द्र पर परीक्षार्थियों को टाटपट्टी पर बैठकर परीक्षा देनी पड़ी। परीक्षा के पहले दिन ३६० परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। प्रशासन और शिक्षा विभाग द्वारा सभी परीक्षा केन्द्रों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है। वहीं उडऩदस्ते भी बनाए गए। यही वजह है कि निरीक्षण के लिए परीक्षा केन्द्रों पर पहुंचे उडऩदस्तो को खाली हाथ लौटना पड़ा,क्योंकि उन्हें किसी भी परीक्षा केन्द्र पर कोई परीक्षार्थी नकल करता हुआ नहीं मिला। बताया गया है कि कक्षा १२ वीं की बोर्ड परीक्षा शनिवार से शुरु होगी।
पहले दिन ३६० परीक्षार्थी रहे अनुपस्थित
शुक्रवार को जिले के ३१ परीक्षा केन्द्रों पर सुबह ९ बजे से दोपहर १२ बजे तक आयोजित कक्षा १० वीं की बोर्ड परीक्षा में यंू तो ६ हजार ५४५ परीक्षार्थियों को बैठना था। लेकिन ६१८५ परीक्षार्र्थी ही इस परीक्षा में बैठे। जबकि ३६० परीक्षार्थी किन्ही कारणों के चलते परीक्षा में शामिल नहीं हुए। जिसकारण उनको अनुपस्थित माना गया।
परीक्षा के दौरान उठानी पड़ी परेशानी
कई परीक्षा केन्द्रों पर फर्नीचर की व्यवस्था न होने के कारण परीक्षार्थियों को परीक्षा देने में परेशानी उठानी पड़ी। परीक्षा केन्द्र शामावि सोंईकला से पेपर देकर बाहर निकले परीक्षार्थियों ने बताया कि परीक्षा टाटपट्टी पर बैठकर देनी पड़ी। क्योंकि परीक्षा केन्द्र पर टेबल कुर्सी की व्यवस्था नहीं थी। टाटपट्टी पर बैठकर परीक्षा देनेमें परेशानी उठानी पड़ी। परीक्षार्थियों का कहना है कि परीक्षा के दौरान जब सभी परीक्षार्थी समान है तो बैठक व्यवस्था में भी समानता होनी चाहिए।
प्राचार्यो की कमी,फिर भी चहेतों को परीक्षा की जिम्मेदारी से रखा मुक्त
वैसे तो सभी परीक्षा केन्द्रों के केन्द्राध्यक्ष प्राचार्य ही बनाए जाने के निर्देश है। मगर जिले में प्राचार्यो की कमी होने के कारण ऐसा संभव नहीं हो पाया है। लेकिन गौर करने वाली बात यह है कि प्राचार्यो की कमी होने के बाद भी शिक्षा विभाग के अफसरों ने अपने चहेते प्राचार्यो पर परीक्षा की जिम्मेदारी का बोझ नहीं डाला गया। केन्द्राध्यक्ष की जिम्मेदारो से मुक्त रखे जाने वाले चहेतों में मॉडल स्कूल प्राचार्य, कन्या स्कूल प्राचार्य, ढेंगदा स्कूल प्राचार्य शामिल है।
वर्जन
डीईओ को जिन परीक्षा केन्द्रों पर फर्नीचर नहीं है,वहां आसपास के स्कूलों से फर्नीचर की व्यवस्था करने के लिए निर्देशित किया जाएगा।प्राचार्यो को परीक्षा से मुक्त रखने संबंधी स्थितियों का भी पता करवाएंगे।
राजेन्द्र राय
एडीएम,श्योपुर
वर्जन
कुछ परीक्षा केन्द्रों पर फर्नीचर की व्यवस्था नहीं हो सकी। इसलिए वहां टाटपट्टी की व्यवस्था की गई है।
अजय कटियार,
डीईओ,श्योपुर
फैक्ट फाइल
३१-परीक्षा केन्द्रों पर हुई परीक्षा
६१८५-परीक्षार्थी बैठे परीक्षा में
३६०-परीक्षार्थी रहे गैर हाजिर

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