इस अवसर पर भजनों की शानदार प्रस्तुति दी गई। वही श्रीकृष्ण राधा की लीलाओं के साथ-साथ राजस्थानी संगीत का भी आनंद शिवभक्तों ने लिया। इस दौरान बरसाने की होली, मोर पंख के नाच, श्याम के नैना कजरारे मोहे जादू सो डारे। नेना नीचे करले श्याम से मिलावे अंखिया भजन पर कलाकारों ने शानदार प्रस्तुति दी। डांडिया नृत्य, राजस्थानी घूमर, आपन डोलर में झुलगा आपन चकरी म झुलगां जैसे कई भजन के साथ नृत्य की प्रस्तुति कलाकारों ने दी।
मेले में भीड़ ने झूलों का उठाया लुफ्त शिवरात्रि पर्व से ठीक एक दिन पहले शुरू हुए मेले के दूसरे दिन जमकर भीड़ उमड़ी। सैलानियों ने मेले में लगे झूलों पर झूलकर लुफ्त उठाया। वहीं मेले में लगी दुकानों से खरीदारी की। शनिवार को मेले में काफी संख्या में सैलानी पहुंचे। शनिवार की शाम कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।