ग्रामीणों की शिकायत पर हमने मौका मुआयना कर लिया। तेंदुआ होने के कोई पग पार्क नहीं मिले हैं। किसी अन्य जानवर का भी कोई चिह्न नहीं मिला। भेडों का पीएम कराने पर सब सामने आ जाएगा।
फरीद खान, डिप्टी रेंजर
बदरवास। पिछले 15 दिनों से अलग-अलग स्थानों पर बदरवास वन क्षेत्र के आसपास तेदुआ देखा जा रहा था तथा बुधवार को ग्राम मेघोनाबड़ा में तेंदुआ देखा गया। जिसके चलते अब ग्रामवासी दहशतजदा होने के सााथ ही अपने खेतों पर नहीं जा रहे। गौरतलब है कि सबसे पहले ग्राम घुरवार में तेंदुआ देखा गया था, जिसका ग्रामीणों के द्वारा वीडियो भी बनाया गया। उसके बाद ग्रामीणों ने वन विभाग को जानकारी दी तो वन विभाग की टीम तो पहुंची, लेकिन वह उसे पकडऩे में असफल रही। उसके बाद तेंदुआ उक्त क्षेत्र को छोडक़र सिंध नदी के पास बसे मेघानाबड़ा गांव में ग्रामीणों को दिखाई दिया। वह दिन में खेत पर जाने वाले मार्गो पर देखा गया तथा उसके द्वारा उक्त क्षेत्र में हिरणों की अधिक संख्या होने के कारण उनका शिकार भी किया गया। ग्रामीणों का कहना है कि अभी खेतों में सरसो की फसल खड़ी हुई है, उनमें तेंदुआ आसानी से छिपा रहता है।