बदरवास नगर के मध्य से गुजरे हाइवे किनारे एसबीआई बैंक शाखा के पास रहने वाले श्रीकृष्ण शर्मा (सेवानिवृत्त कॉपरेटिव बैंक सचिव) के घर सोमवार-मंगवलवार की दरमियानी रात लगभग 2 बजे 9 हथियारबंद नकाबपोश बदमाश घर के पीछे चैनल वाले गेट का ताला तोडक़र अंदर घुस आए। अंदर आते ही बदमाशों ने पहले तो श्रीकृष्ण के बेटे विजय शर्मा व कृष्णगोपाल के गेट की बाहर से कुंदी लगाईऔर फिर श्रीकृष्ण को अपने कब्जे में ले लिया। चूंकि गर्मी अधिक होने से विजय व कृष्णगोपाल के कमरे में चल रहे कूलर की आवाज अधिक तेज थी, इसलिए बाहर होने वाली वारदात को उन्हें पता ही नहीं चला। बदमाशों ने श्रीकृष्ण के मुंह पर साफी बांध दी तथा हाथ-पैर भी कपड़े से बांधकर कमरे में ही पटक दिया। इसके बाद बदमाशों ने कमरे में रखी नगदी तथा सोने-चांदी के आभूषणों की तलाश शुरूकी।
बदमाश जो माल समेट ले गए, उसमें घर में रखे बहुओं के जेवर के अलावा गिरवीं रखे जाने वाले आभूषण समेट ले गए। बताते हैं कि श्रीकृष्ण शर्मा की कृषि भूमि भी है तथा वे साहूकारी भी करते हैं यानि आभूषण गिरवीं रखकर ब्याज पर पैसा देते हैं। यही वजह है कि बदमाशों ने उनके घर को निशाना बनाकर इतनी बड़ी वारदात को अंजाम दे दिया। रात में बदमाश जब माल समेटकर निकल गए, तब श्रीकृष्ण ने अपने बेटों के दरवाजों की कुंदी खोलकर उन्हें घर में हुइ्र्र इस घटना से अवगत कराया। सूचना मिलने पर बदरवास थाना पुलिस के अलावा फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट भी घर में पहुंचे तथा बदमाशों की उंगलियों के निशान लेने का प्रयास किया।
6 4 वर्षीय श्रीकृष्ण शर्मा ने बताया बदमाश जब अचानक कमरे में आए और उन्होंने जब मेरे मुंह व आंखों पर पट्टी बांधी तो मैने समझा कि आज तो मुझे मार देंगे। मेरे हाथ-पैर व मुंह बांधकर उन्होंने मुझे वहीं पटक दिया तथा घर में रखे सामान को निकालने लगे। मुझे इतनी बेचैनी और घबराहट से घुटन होने लगी तो मैने समझा कि आज तो मैं मर ही जाऊंगा। श्रीकृष्ण शर्मा ने खुद के साथ मारपीटन होने की बात कही, जबकि उनके हाथ में चोट का निशान है।
कैसे करे आमजन सुरक्षा का भरोसा
लोकसभा चुनाव को लेकर शिवपुरी जिले में एक तरफ जहां पुलिस नगर व गांव में फ्लेग मार्च निकालकर आमजन को सुरक्षा का भरोसा दिला रही है, वहीं दूसरी ओर जिले में होने वाले अपराधों पर अंकुश नहीं लग पा रहा। अपनी आधी-अधूरी सफलताओं पर पुलिस अभी खुशी भी नहीं मना पाई थी कि बदरवास में बीती रात डकैतों ने इतनी बड़ी वारदात को अंजाम देकर एक बार फिर पुलिस को खुली चुनौती दे डाली। इस वारदात ने पुलिस के रात्रि गश्त से लेकर आचार संहिता में बताईजाने वाली सक्रियता की भी कलई खोलकर रख दी।