इन महिलाओं का कहना है कि हमारे भी बच्चे हैं और हमें उनकी भी चिंता रहती है। नपा सीएमओ का कहना है कि हम सफाईकर्मियों को सुरक्षा के उपकरण व संसाधन उपलब्ध करा रहे हैं।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस का खौफ इस कदर छाया हुआ है कि हर दिन कामकाज पर जाने वाले लोग सुबह नहा-धोकर अपने चेहरे पर मास्क व हाथों में सेनेटाइजर लगाकर व कुछ तो दस्ताने पहनकर ही निकलते हैं, इतनी सुरक्षा से वे लोग निकलते हैं, जिन्हें कम्प्यूटर आदि पर साफ माहौल में काम करते हैं।
वहीं इसके उलट सुबह से झाडू हाथ में लेकर शहर साफ करने निकलने वाली नपा की अस्थाई महिला सफाईकर्मी महज एक गंदा सा मास्क लगाकर अपने काम को अंजाम दे रही हैं, जबकि यह महिलाएं घूरे से लेकर नालियों के आसपास गंदगी को साफ कर रही हैं तथा इस दौरान उन्हें धूल का भी सामना करना पड़ रहा है।
बातचीत में इन महिलाकर्मियों ने बताया कि जबसे कोरोना चला है, तबसे एक बार सिर्फ एक मास्क दिया है, जो दिन भर झाडू लगाने के दौरान उडऩे वाली धूल से गंदा हो जाता है। दस्ताने तो कभी मिले ही नहीं हैं, ऐसे में हम लोगों को भी डर रहता है, क्योंकि बच्चे तो हमारे भी हैं। उनको हमारी चिंता और हमें उनकी चिंता रहती है।
यह बोले सीएमओ
ऐसा नहीं है, हम भी अपने सफाईकर्मियों का पूरा ख्याल रख रहे हैं। उन्हें समय-समय पर मास्क भी बदल रहे हैं तथा दस्ताने भी दे रहे हैं। जब वो शहर को साफ करके दूसरे लोगों की चिंता कर रहे हैं, तो हमें भी उनकी चिंता है।
– केके पटेरिया, सीएमओ, नगरपालिका शिवपुरी