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शिवपुरी

एयर कनेक्टिविटी से ‘विकास’ के अंबर में ‘उड़ान’ भरेगा कारोबार

ग्वालियर-चंबल संभाग की दरकार : शिवपुरी और दतिया में बनी है हवाई पट्टी, एक साल में ही पायलेट ट्रेनिंग सेंटर हो गए बंद

शिवपुरीOct 15, 2021 / 10:57 pm

हुसैन अली

एयर कनेक्टिविटी से 'विकास' के अंबर में 'उड़ान' भरेगा कारोबार

एयर कनेक्टिविटी से ‘विकास’ के अंबर में ‘उड़ान’ भरेगा कारोबार

ऋषि कुमार जायसवाल @ ग्वालियर-अंचल. ग्वालियर-चंबल संभाग में एयर कनेक्टिविटी सुविधा की दरकार है। अन्य राज्यों और प्रदेश के महानगरों में जाने के लिए रेल और सडक़ मार्ग की सुविधा तो हैं, लेकिन अधिक समय लगने से संभाग के कारोबारियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। माल के साथ यात्रा करना भी जोखिम भरा होता है। संभाग के शिवपुरी और दतिया में हवाई पट्टी पहले से है, इसलिए यहां के व्यापारी हवाई सुविधा की मांग करने लगे हैं। उनकी मांग पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने केन्द्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात भी की और दतिया से एयर कनेक्टिविटी मुहैया कराने को कहा है। चूंकि सिङ्क्षधया संभाग से सीधे जुड़े हैं, इसलिए कारोबारियों और आमजन की उम्मीदें उनसे ज्यादा हैं।
11 करोड़ से दतिया में 2014 बनी थी हवाई पट्टी

हवाई पट्टी 2014 में 11 करोड़ की लागत से बनी थी। अब हालत जर्जर हो चुकी है। करीब 2 साल पहले स्टार एविएशन कंपनी ने इसे लीज पर लिया था। रनवे पर अब गड्ढे हो गए हैं। कोरोना संक्रमण के चलते यहां से फ्लाइट का आवागमन काफी कम रहा। फिलहाल 2.16 करोड़ की लागत से यहां हवाई पट्टी का जीर्णोद्धार होने वाला है। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया चल रही है।
शिवपुरी में 2009 में ट्रेनिंग सेंटर खुला था

2009 में एयर हिन्द फ्लाइंग क्लब ने पाइलेट ट्रेनिंग सेंटर खोला था। यूपी की लखनऊ की एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस कंपनी हामी कॉलेज की ब्रांच खुली थी। सिविल डायरेक्टर जनरल ने तो परमिशन भी दे दी थी, लेकिन ग्वालियर एयर बेस ने आपत्ति लगा दी थी। उन्होंने ट्रेनिंग सेंटर के कारण हादसे होने का खतरा बताया। इस कारण सेंटर बंद करना पड़ा। हवाई पट्टी की लंबाई 914 मीटर और चौड़ाई 22.84 मीटर हैं। अगर एटीसी (एयर ट्रेफिक कंट्रोलर) यहां रडार लगा दे तो इस समस्या का सामाधान हो सकता है।
भिंड और मुरैना ठंडे बस्ते में

ग्वालियर में राजमाता विजयाराजे सिंधिया हवाई अड्डे का विस्तारीकरण किया जा रहा है। यहां विभिन्न राज्यों और प्रदेश के अन्य जिलों की सीधी सुविधा हैं। चूंकि मुरैना और भिंड ग्वालियर से काफी नजदीक हैं, इसलिए यहां के एयर कनेक्टिविटी के प्रोजेक्ट को ठंड बस्ते में डाल दिया गया है। हालांकि दोनों जगह हेलिपैड की सुविधा हैं।
दतिया के कारोबारी ऐसे अन्य शहरों पर निर्भर

शिवपुरी के कारोबारी ऐसे अन्य शहरों पर निर्भर

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