पुलिस कार्रवाई सिर्फ एफआईआर तक
यहां बता दें कि पहले तो बैंक व पुलिस यह बोलकर घटनाओं से पल्ला झाड़ लेते थे कि आपने ही अपने एटीएम का नंबर व ओटीपी बता दी तो हम क्या कर सकते हैं। इसमें तो जागरूकता की जरूरत है, लेकिन अब तो कोई किसी को न तो नंबर बता रहा और न ही ओटीपी। इसके बाद भी लोगों के खाते से पैसे गायब हो रहे हैं। बड़ी बात यह है कि इस महत्वपूर्ण मामले में न तो बैंके कोई ठोस कदम उठा रही हैं और न ही पुलिस इन वारदात करने वाले आरोपियों को पकड़ पा रहे है।