जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक की रन्नौद शाखा से संबद्ध सेवा सहकारी संस्था रन्नौद का घोटाला सबसे ज्यादा चर्चित रहा। इस संस्था से 67 किसानों के नाम से फर्जी ऋण वितरण कर बैंक को 50 लाख का चूना लगाया गया। यह खुलासा तब हुआ जब ऋण माफी वाले किसानों की लिस्ट ग्राम पंचायत पर चस्पा की गई।
सहकारी बैंक की रन्नौद शाखा से संबद्ध समितियों पर फर्जी ऋण वितरण किया गया। बुधवार को रन्नौद शाखा पर भरोसा सिंह कुशवाह निवासी धंधेरा अपनी शिकायत दर्ज कराने पहुंचा। उसका कहना था कि जब मैंने ऋण जमा कर दिया, तो फिर 25 हजार का कर्ज कैसे मेरे नाम है।
– कृषक मान सिंह धाकड़ ने रन्नौद शाखा पर आपत्ति दर्ज कराई है कि वह पूरा ऋण चुकता कर चुके हैं तथा बैंक की पावती भी उनके पास है, लेकिन ऋण माफी में 30 हजार रुपए का ऋण कहां से दर्ज कर दिया गया।
आशीष तिवारी, एसडीएम कोलारस