गौरतलब है कि शिवपुरी नगरपालिका में बीते वर्ष एक ही फर्म को एक ही सब इंजीनियर और एई सहित प्रभारी सीएमओ द्वारा लगभग 1 करोड़ से अधिक का भुगतान कर दिया गया। जिसमें न केवल 10 हजार के साइन बोर्ड का 86 हजार रुपए तक भुगतान किया, बल्कि सडक़ दुरुस्ती के कई ऐसे भुगतान भी कर दिए, जो काम किए ही नहीं गए। पिछले दिनों में जब पत्रिका ने यह मामले उजागर किए तो उसमें सामने आया कि शिवम कंस्ट्रक्शन फर्म को हुए इन भुगतान की सभी फाइलों में सब इंजीनियर रघुवीर भार्गव व एई सतीश निगम की टीप के बाद प्रभारी सीएमओ गोविंद भार्गव ने भुगतान किए थे। जहां एक तरफ दूसरे ठेकेदारों को वास्तविक किए गए कार्यों के भुगतान नहीं हो पा रहे थे, वहीं एकमात्र फर्म को नपा का पूरा अमला काम के साथ-साथ बिना काम के भुगतान करने में कोई देरी नहीं कर रहा था।
मामले हुए उजागर तो सब इंजीनियर ने दिया पत्र
पत्रिका ने जब नगरपालिका में हुए भ्रष्टाचार को उजागर किया तो सभी फाइलों में हस्ताक्षर करने वाले रघुवीर भार्गव के पसीने छूट गए। क्योंकि उनकी यादाश्त जितना साथ दे रही थी, उसके अनुसार उन्होंने इतनी फाइलों में हस्ताक्षर किए ही नहीं थे। खुद को फंसता देख सब इंजीनियर भार्गव ने पिछले दिनों नगरपालिका सीएमओ शैलेष अवस्थी को एक पत्र दिया है। जिसमें भार्गव ने उल्लेख किया है कि जिन फाइलों पर मेरे हस्ताक्षर बताए जा रहे हैं, उन फाइलों को मंगवाकर मेरे समक्ष उन पर हस्ताक्षरों का मिलान कराया जाए। मुझे आशंका है कि कुछ फाइलों पर मेरे फर्जी हस्ताक्षर किए गए हैं।
पत्रिका ने जब नगरपालिका में हुए भ्रष्टाचार को उजागर किया तो सभी फाइलों में हस्ताक्षर करने वाले रघुवीर भार्गव के पसीने छूट गए। क्योंकि उनकी यादाश्त जितना साथ दे रही थी, उसके अनुसार उन्होंने इतनी फाइलों में हस्ताक्षर किए ही नहीं थे। खुद को फंसता देख सब इंजीनियर भार्गव ने पिछले दिनों नगरपालिका सीएमओ शैलेष अवस्थी को एक पत्र दिया है। जिसमें भार्गव ने उल्लेख किया है कि जिन फाइलों पर मेरे हस्ताक्षर बताए जा रहे हैं, उन फाइलों को मंगवाकर मेरे समक्ष उन पर हस्ताक्षरों का मिलान कराया जाए। मुझे आशंका है कि कुछ फाइलों पर मेरे फर्जी हस्ताक्षर किए गए हैं।
दर्ज होना चाहिए कूटरचिव दस्तावेज का केस
नपा सब इंजीनियर रघुवीर भार्गव ने जब अपने फर्जी हस्ताक्षर होने की आशंका जताई है, तो फिर उन फाइलों की जांच की जाना जरूरी हो गया। यदि सब इंजीनियर के फर्जी हस्ताक्षर करके भुगतान लिया गया है, तो फिर कूटरचित दस्तावेज बनाने वालों के खिलाफ मामला भी दर्ज होना चाहिए। महत्वपूर्ण बात यह है कि इतने मामले उजागर होने तथा भ्रष्टाचार प्रमाणित होने के बाद भी नपा के अधिकारी सिर्फ हटो-बचो की स्थिति में ही नजर आ रहे हैं।
नपा सब इंजीनियर रघुवीर भार्गव ने जब अपने फर्जी हस्ताक्षर होने की आशंका जताई है, तो फिर उन फाइलों की जांच की जाना जरूरी हो गया। यदि सब इंजीनियर के फर्जी हस्ताक्षर करके भुगतान लिया गया है, तो फिर कूटरचित दस्तावेज बनाने वालों के खिलाफ मामला भी दर्ज होना चाहिए। महत्वपूर्ण बात यह है कि इतने मामले उजागर होने तथा भ्रष्टाचार प्रमाणित होने के बाद भी नपा के अधिकारी सिर्फ हटो-बचो की स्थिति में ही नजर आ रहे हैं।
पत्र देते ही गायब 117 फाइलें
नगरपालिका सब इंजीनियर ने जब फर्जी हस्ताक्षर होने की आशंका जताते हुए पत्र दिया तो उसका परिणाम यह हुआ कि नगरपालिका में विभिन्न निर्माण कार्यों की 117 फाइल रहस्यमय ढंग से गायब हो गई। संभवत: इन फाइलों को इसलिए गायब कर दिया गया, क्योंकि फर्जी व बोगस भुगतान करवाने वाले ठेकेदार को यह आशंका थी कि उसका फर्जीबाड़ा कहीं पकड़ में न आ जाए। नगरपालिका से फाइलें गायब होने की सूचना जब सीएमओ को लगी तो उन्होंने भी सब इंजीनियरों को निर्देश दिए हैं कि फाइलें नपा कार्यालय में लाई जाएं।
नगरपालिका सब इंजीनियर ने जब फर्जी हस्ताक्षर होने की आशंका जताते हुए पत्र दिया तो उसका परिणाम यह हुआ कि नगरपालिका में विभिन्न निर्माण कार्यों की 117 फाइल रहस्यमय ढंग से गायब हो गई। संभवत: इन फाइलों को इसलिए गायब कर दिया गया, क्योंकि फर्जी व बोगस भुगतान करवाने वाले ठेकेदार को यह आशंका थी कि उसका फर्जीबाड़ा कहीं पकड़ में न आ जाए। नगरपालिका से फाइलें गायब होने की सूचना जब सीएमओ को लगी तो उन्होंने भी सब इंजीनियरों को निर्देश दिए हैं कि फाइलें नपा कार्यालय में लाई जाएं।
हो सकते हैं मेरे फर्जी हस्ताक्षर
हां, मैने एक पत्र दिया है, जिसमें यह आशंका जताई है कि कुछ फाइलों पर मेरे फर्जी हस्ताक्षर किए जा सकते हैं। इसलिए जिन पर मेरे हस्ताक्षर हैं, उनका मिलान मेरे समक्ष कराया जाए। ठेकेदार का क्या भरोसा, मेरे फर्जी हस्ताक्षर कर लिए होंगे।
रघुवीर भार्गव, सब इजीनियर नपा शिवपुरी
हां, मैने एक पत्र दिया है, जिसमें यह आशंका जताई है कि कुछ फाइलों पर मेरे फर्जी हस्ताक्षर किए जा सकते हैं। इसलिए जिन पर मेरे हस्ताक्षर हैं, उनका मिलान मेरे समक्ष कराया जाए। ठेकेदार का क्या भरोसा, मेरे फर्जी हस्ताक्षर कर लिए होंगे।
रघुवीर भार्गव, सब इजीनियर नपा शिवपुरी
दिया है पत्र, मालूम करवा रहे हैं फाइल
सब इंजीनियर भार्गव ने पत्र दिया है कि उनके हस्ताक्षरों का मिलान करवाया जाए। मुझे पता चला है कि नपा कार्यालय से निर्माण की कई सारी फाइलें गायब हैं, जिनका पता लगाए जाने के लिए मैंने सब इंजीनियरों को पत्र लिखा है। अन्यथा वो सभी फाइलें निरस्त कर दी जएंगी।
शैलेष अवस्थी, सीएमओ नपा शिवपुरी
सब इंजीनियर भार्गव ने पत्र दिया है कि उनके हस्ताक्षरों का मिलान करवाया जाए। मुझे पता चला है कि नपा कार्यालय से निर्माण की कई सारी फाइलें गायब हैं, जिनका पता लगाए जाने के लिए मैंने सब इंजीनियरों को पत्र लिखा है। अन्यथा वो सभी फाइलें निरस्त कर दी जएंगी।
शैलेष अवस्थी, सीएमओ नपा शिवपुरी