पुलिस के अनुसार आईटीबीपी आरटीसी में पदस्थ सब इंस्पेक्टर शक्ति कुमार सिंह की स्कूल के प्रभारी प्राचार्य रवि कुमार श्रीवास्तव से दोस्ती थी। शक्ति 2 जनवरी को स्कूल आया और बच्चों को पढ़ाने की बात बोलकर चार छात्राओं को एक अतिरिक्त कक्ष में ले गया। वहां उसने छात्राओं से पहले छेड़छाडक़ी और फिर बलात्कार किया। एक पीडि़ता ने बताया है कि शक्ति सिंह ने धमकी दी कि यह बात किसी को बताई तो वह सर और हमें जान से मार देगा। घटना के अगले दिन फिर शक्ति सिंह स्कूल आया था, लेकिन एक छात्रा की मां ने उसे डंडा मारकर शोर मचाया तो वह भाग गया।
राजेश कुमार हिंगणकर, एसपी शिवपुरी।
बलात्कार की शिकायत पर टीआई बोला- मैं कमांडेंट से बोल दूंगा, वो ही करेंगे कार्रवाई
आटीबीपी के सब इंस्पेक्टर द्वारा प्राथमिक स्कूल की छात्राओं से बलात्कार के मामले में पुलिस भी सवालों के घेरे में है। पीडि़त छात्राओं के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने शुरुआत में मामले को दबाने की पूरी कोशिश की। मामला कमजोर करने के लिए अफवाहें भी उड़ाई गईं।
एक पीडि़ता के पिता ने बातचीत में बताया कि उनको 3 जनवरी को घटना की जानकारी मिली थी, जिसके बाद वह 4 जनवरी को करैरा पुलिस थाने में शिकायत करने पहुंचे। यहां टीआई राकेश शर्मा को पूरी घटना बताई तो उन्होंने कहा कि शक्ति सिंह आईटीबीपी का है उसके खिलाफ पुलिस कार्रवाई नहीं करती, मैं उनके कंमाडेट से बोल दूंगा तो वह अपने स्तर पर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। इसके बाद आरोपी व अन्य लोगों ने उन पर रिपोर्ट न करने के लिए दबाव बनाया। इसी बीच किसी ने यह बात गांव में फैला दी कि हमने शक्ति सिंह से 5 लाख रुपए लेकर राजीनामा कर लिया है, तो मुझसे रहा नहीं गया और मैं शुक्रवार को दोपहर फिर थाने में रिपोर्ट करने पहुंच गया। पुलिस ने मेरी रिपोर्ट दर्ज कर ली। बताया जा रहा है कि पुलिस इस मामले में आरोपी व पीडि़त छात्राओं का डीएनए टेस्ट भी कराएगी। इधर मेडिकल रिपोर्ट में भी डॉक्टरो ने एफएसएल जांच कराने की बात कही है।
घटना के अगले दिन ही बता दिया था वरिष्ठ अधिकारियों को
स्कूल के ही शिक्षक रामबाबू कर्ण ने बताया कि घटना वाले दिन वह अवकाश पर था। लेकिन 1 जनवरी को हम सभी बच्चों को घुमाने के लिए करैरा किला व बगीचा वाले मंदिर ले गए थे। आरोपी शक्ति सिंह हमको तब भी मिला था। इसके बाद जब वह 3 जनवरी को स्कूल पहुंचा तो दो बच्चों ने छात्राओं के साथ हुई घटना के बारे में बताया। मैंने प्रभारी प्रचार्य रवि कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पुलिस में भी फोन से मामले की सूचना दे दी थी। पूरे मामले में प्रभारी पा्रचार्य ने मीडिया से बात ही नहीं की।
आफाक हुसैन, बीआरसी, करैरा।
राकेश शर्मा, टीआई करैरा।