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शिवपुरी

जेडी ने स्वीकारा अस्पताल में गंदगी से संक्रमण का खतरा

जिला अस्पताल का किया निरीक्षण, सीएमएचओ, सीएस, डॉक्टरों की ली बैठक

शिवपुरीOct 18, 2019 / 06:55 pm

महेंद्र राजोरे

जेडी ने स्वीकारा अस्पताल में गंदगी से संक्रमण का खतरा

डॉक्टरों से अस्पताल के हालातों पर चर्चा करते जेडी।

शिवपुरी. जिला अस्पताल में बीते रोज हुई मरीज की मौत के बाद गुरुवार को जेडी स्वास्थ्य ने जिला अस्पताल का निरीक्षण कर वहां की स्थिति का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान अस्पताल में तमाम कमियां उजागर हुईं, इस दौरान अस्पताल में काफी गंदगी भी मिली। जेडी ने स्वीकार किया कि अस्पताल में साफ-सफाई की जितनी बदतर स्थिति है, उससे यहां संक्रमण फैलने का खतरा है। निरीक्षण के बाद उन्होंने सीएमएचओ सहित सिविल सर्जन व अन्य चिकित्सकीय स्टाफ की बैठक ली, जिसमें उन्होंने डॉक्टरों को तमाम निर्देश दिए।
जेडी डॉ. एके दीक्षित ने बताया कि मैंने जो निरीक्षण किया है उसमें कई जगह कमियां उजागर हुई हैं। साफ-सफाई की व्यवस्था बिल्कुल अच्छी नहीं है, जिसके संबंध में मैं डॉक्टरों के साथ बैठक करके चर्चा करूंगा। डॉक्टरों का काम सिर्फ मरीज का इलाज करना नहीं है, बल्कि उसकी ड्यूटी है कि वह इस बात का भी ध्यान रखे कि मरीज के आसपास का वातावरण व परिस्थितियां कैसी हैं।
न पर्चे आ सके और न कॉल रजिस्टर
मेडिकल वार्ड के निरीक्षण के दौरान जेडी ने मरीजों के पर्चे लाने के लिए कहा, क्योंकि वह देखना चाहते थे कि पर्चों का संधारण किस प्रकार से किया जा रहा है। निरीक्षण पूरा हो गया परंतु स्टाफ वह पर्चे नहीं ला सका। इसके अलावा उन्होंने वार्ड में कॉल रजिस्टर मंगाया तो डॉक्टर दिनेश राजपूत ने बताया कि कॉल रजिस्टर यहां नहीं है, इस पर जेडी ने निर्देश दिए कि हर यूनिट में कॉल रजिस्टर का संधारण किया जाए। इसके अलावा एक वार्ड में सीलिंग टूटने, रंगाई-पुताई न होने, पलंगों, स्ट्रेचरों पर कलर न होने के कारण उन्होंने कहा है कि सभी लगहों पर सफाई, खिड़कियों में जाली, दीवार और छतों पर लगे जालों की सफाई, पलंग और स्ट्रेचरों पर कलर करवाओ।
नहीं घट रही रैफरल मरीजों की संख्या
उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह बात सही है कि यहां पर मेडिकल कॉलेज की सुविधा मिलने के बाद मरीजों को ग्वालियर नहीं जाना चाहिए, इसके बावजूद मरीज ग्वालियर जा रहे हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि तुलनात्मक रूप से देखा जाए तो शिवपुरी से रैफर होने वाले मरीजों की संख्या काफी अधिक है।
शव वाहन सर्विस में नहीं
इस दौरान उन्होंने कहा कि अस्पताल में शव वाहन सर्विस में नहीं है, इसे लेकर कन्फ्यूजन की स्थिति सामने आ रही है। इस पर भी उन्होंने डिस्कसन की बात कही। वहीं इस संबंध में सीएमएचओ डॉ. एएल शर्मा का कहना है कि शवों का परिवहन अस्पताल की जिम्मेदारी नहीं है। इसके लिए व्यवस्था नपा को करना है, इस संबंध में पूर्व में हुई बैठकों में उन्हें बताया जा चुका है और वह अपना शव वाहन क्रय कर यहां पर रखें।
स्टाफ री-डिस्ट्रीब्यूशन के भी दिए निर्देश
अस्पताल के निरीक्षण में जेडी ने पाया कि अस्पताल की विभिन्न इकाइओं में स्टाफ के डिस्ट्रीब्यूशन का कोई हिसाब नहीं है। कहीं पर दो लोगों का स्टाफ काम कर रहा है तो कहीं पर चार लोग या उससे भी अधिक हैं। ऐसे में उन्होंने प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. एमएल अग्रवाल को निर्देश दिए हैं कि वह सभी यूनिट्स के स्टाफ का री-डिस्ट्रीब्यूशन कर, आवश्यकता के आधार पर और समानुपात में स्टाफ का डिस्ट्रीब्यूशन करें।
बैठक में जेडी साहब ने साफ-सफाई, रंगाई-पुताई, खिड़कियों में जाली लगवाने व स्टाफ के री-डिस्ट्रीब्यूशन के निर्देश दिए हैं। सभी डॉक्टर्स को पूरी जिम्मेदारी से ड्यूटी देने की बात उन्होंने कही है।
डॉ. एमएल अग्रवाल, प्रभारी सिविल सर्जन

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