कलेक्टर अक्षय कुमार ङ्क्षसह ने बताया कि सडक़ के दूसरी ओर ङ्क्षसध की पाइप लाइन डाली गई है, जिसका एयर बॉल्व पार्क के बाहर लगा है। खेल मैदान में यदि ङ्क्षसध की पाइप लाइन में हो रहे लीकेज का पानी यदि जमीन के अंदर से होकर आ रहा है, तो उसके लिए सप्लाई को रोका जाएगा। लेकिन सप्लाई रोकने का काम तब किया जाएगा, जब मौसम खुल जाएगा, क्योंकि बारिश के दौरान यह पता करना मुश्किल हो जाएगा कि खेल मैदान बारिश से गीला हो रहा है या फिर पाइप लाइन के लीकेज से। साथ ही कलेक्टर ने कहा कि यदि सप्लाई रोकने के बाद पानी का रिसाव पोलोग्राउंड में होता रहा तो फिर मंदिर के पास स्थित आवासों के सामने नाली में जाने वाले पानी की निकासी को चेक करवाया जाएगा। क्योंकि यह भी आशंका जताई जा रही है कि श्रीराम कॉलोनी के रास्ते से होकर नाले में आने वाला पानी तो कहीं खेल मैदान में जमीन के अंदर से होकर तो नहीं पहुंच रहा।
पोलोग्राउंड की जमीन से बुलबुले के रूप में निकल रहा पानी अपना दायरा हर दिन बढ़ाता जा रहा है। अब खेल मैदान का 80 फीसदी हिस्सा दलदल मेंं तब्दील हो चुका है, महल के सामने वाला हिस्सा ही बच्चा है। जमीन के अंदर से दिन-रात पानी का रिसाव हो रहा है तथा दलदल का दायरा तेजी से बढ़ रहा है।
यदि यह माना जाए कि शिवपुरी में हुई झमाझम बारिश के चलते यह हालात बने हैं, तो इससे अधिक बारिश पिछले साल हुई थी तथा शहर में बाढ़ जैसे हालात निर्मित हो गए थे। बावजूद इसके पिछले वर्ष पोलोग्राउंड में भरने वाला पानी एक घंटे में ही निकल गया तथा वो फिर से सूख गया था। लेकिन इस बार तो बारिश न होने पर भी हर दिन यह खेल मैदान तालाब बनता जा रहा है।