जनपद अध्यक्ष बती आदिवासी ने यह आंदोलन सहरिया समाज संगठन के बैनर तले शुरू किया है। इसमें उनके साथ दो दर्जन से अधिक महिलाएं शामिल है। इस मामले में रोचक बात यह है कि एक तरफ जहां कोलारस उपचुनाव में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आदिवासियो के लिए कई योजनाओं की सौगात दे रहे है वहीें करैरा में पुलिस प्रशासन द्वारा एक आदिवासी जनपद अध्यक्ष की अनसुनी की जा रही है। इस मामले में आंदोलन के दौरान करैरा के पूर्व व पिछोर के वर्तमान एसडीएम सीबी प्रसाद ने भी जनपद अध्यक्ष व सदस्य को समझाने की कोशिश की लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। जनपद अध्यक्ष के समर्थन में कोई भाजपा नेता तो नहीं आया लेकिन कांग्रेस के जिला महामंत्री एवं अनुसूचित जाति के प्रदेश संयोजक डॉक्टर केएल राय, कांग्रेस ब्लॉक उपाध्यक्ष रामजी दुबे सहित कई संगठनों के पदाधिकारियों ने समर्थन दिया। इस धरने को देख लोग यह भी कहते सुने गए कि पुलिस के सामने ही शासकीय कार्य में बाधा की आरोपी सदस्य धरना प्रदर्शन कर रही है लेकिन पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर रही। दोनों ने प्रशासन को ३ दिन का अल्टीमेटम देते हुए कार्रवाई की मांग की है, नहंीं तो फिर भूख हड़ताल करेंगी।