आरटीओ मधु सिंह ने मंगलवार को दो टीमों का गठन किया। इनमें से एक टीम सेंट बेनेडिक्ट्स स्कूल पहुंची। और जब बसों की चेकिंग शुरू की तो किसी बस में प्रेशर हॉर्न लगे हुए थे, तो किसी में बस संचालकों ने एक्स्ट्रा सीट लगा कर २४ सीटर बसों को ३५ सीटर बना रखा था। वहीं कुछ बसों में बाहर से तो एक्जिट के लिए दूसरा गेट नजर आ रहा था परंतु अंदर से गेट पर सीट लगी हुई थी। एक बस क्रमांक एमपी३३ पी ०५५२ पर तो परमिट ही नहीं था। इस बस का संचालन बिना परमिट के किया जा रहा था। आरटीओ की टीम ने इस बस के चालक से तत्काल चाबी छीनकर उसका संचालन उस समय तक के लिए बंद कर दिया गया, जब तक कि बस का परमिट नहीं आ जाता।
इसके अलावा दूसरी टीम एमीनेंट पब्लिक स्कूल पहुंची, जहां दो कंडम बसों की फिटनेस निरस्त कर दी गई। इसके अलावा आदर्श पब्लिक स्कूल में एक बस तथा एक मैजिक वाहन सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार पीले रंग की न होने के कारण जब्त कर थाने में रखवा दिया गया। इस कार्रवाई में चार बसों की फिटनेस निरस्त कर दी गई, दो बसों का संचालन परमिट न होने के चलते बंद किया गया।
सात दिन में सही करें कंडीशन
सेंट बेनेडिक्ट्स स्कूल में आधा दर्जन से अधिक बसों में जो कमियां थीं, उन कमियों को दूर करने के लिए करीब आधा दर्जन बसों के संचालकों को सात दिन का समय दिया गया है। इन सात दिनों में बस संचालकों को इन कमियों को दूर करना है और इसके बाद आरटीओ से फिटनेस सर्टिफिकेट लेना है। यदि बस संचालक ऐसा करने में अक्षम रहे तो उनके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
कई ऑटो भी ओवरलोडिंग करते मिले
सेंट बेनेडिक्ट्स स्कूल में कई ऑटो चालक भी बच्चों का परिवहन करते हुए मिले, इन ऑटो में भी बच्चों की ओवर लोडिंग की जा रही थी। जैसे ही आरटीओ की टीम ने इन ऑटो चालकों से पूछताछ शुरू की तो यह ऑटो चालक वहां से भाग खड़े हुए। इस ओवर लोडिंग के संबंध में जब स्कूल प्रबंधन से बात की गई तो प्रबंधन का कहना था कि हम तो इन ऑटो चालकों से ओवर लोडिंग करने के लिए मना करते हैं, परंतु बच्चों के पेरेंट्स झगड़ा करने आ जाते हैं कि हमारे बच्चे तो ऑटो से ही स्कूल आएंगे।
हमने सेंट बेनेडिक्ट्स, आदर्श पब्लिक स्कूल व एमीनेंट पब्लिक स्कूल में जाकर बसों की जांच की, इस दौरान चार बसों की फिटनेस निरस्त कर दी तथा दो को जब्त कर लिया है। कुछ बसों को सात दिन का समय दिया है।
मधु सिंह, आरटीओ