जिले में अभी तक वैक्सीन उपलब्ध हो रही थी, जिसके चलते वैक्सीनेशन टीम जगह-जगह कैंप लगाकर टीकाकरण कर रही थीं। लेकिन अब जबकि वैक्सीन ही नहीं बची, तो यह टीम भी यहां-वहां घूमने की बजाय निश्चित केंद्रों पर बैठकर वैक्सीन लगाएगी। वैक्सीन कैंप लगाने के लिए समाजसेवी संस्थाओं के अलावा कुछ लोगों ने अपने पूर्वजों की स्मृति में भी वैक्सीनेशन कैंप आयोजित करवाए थे। लेकिन अब वैक्सीन की कमी के चलते इस तरह के कैंप बंद कर दिए गए।
जिले में शुक्रवार की सुबह तक महज 3000 वैक्सीन के डोज थे तथा दोपहर में 1500 डोज और मिल गए हैं। इस तरह जिले में अब कुल 4500 वैक्सीन डोज हो गए हैं। इनमें भी लगभग 800 डोज तो वो हैं, जो जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में लगाने के लिए फील्ड वर्कर्स को दिए गए थे, लेकिन वो नहीं लग सके तो बचत में रह गए। अब महज 4500 डोज से शनिवार को वैक्सीनेशन किया जाएगा।
लक्ष्य से 17 फीसदी हुआ वैक्सीनेशन जिले में कुल 12 लाख 79 हजार 828 लोगों को वैक्सीन लगाई जानी है। जिसमें से अभी तक महज 2 लाख 48 हजार 566 लोगों को ही वैक्सीन लगी है, जो कुल टारगेट का महज 17 फीसदी ही है। जिसमें 18 प्लस वालों के टारगेट में से महज 10 फीसदी लोगों को वैक्सीन लगी है, जबकि 45 प्लस वालों का प्रतिशत 30 फीसदी तक पहुंच गया है। इनमें से बड़ी संख्या उन लोगों की है, जिन्हें पहला डोज लग चुका है और अब दूसरे डोज के लिए वैक्सीन ही उपलब्ध नहीं है।
वैक्सीन की कमी के चलते सेंटर करेंगे कम
वैक्सीन की कमी के चलते हमें अब सभी 115 केंद्रों पर वैक्सीनेशन न करवाकर महज 20 सेंटरों पर ही वैक्सीन लगवाएंगे। डिमांड तो भेजी हुई है, लेकिन वैक्सीन उतनी नहीं मिल पा रही। आज 1500 डोज मिले हैं, जिससे शनिवार को वैक्सीनेशन हो सकेगा।
डॉ. संजय ऋषिश्वर, जिला टीकाकरण अधिकारी शिवपुरी