कलेक्टर बंगला रोड पर स्थित शिवकॉलोनी के सामने कुछ निजी व कुछ शासकीय नाले की जमीन पर कॉलोनाइजर मोनू भगवती व उसके साथ डॉ. सुनील तोमर, कॉलोनी काट रहे थे। शासकीय जमीन पर कब्जा न किए जाने की बात कहते हुए सौरभ का उक्त कॉलोनाइजर से विवाद हो गया था। जिसके चलते कॉलोनाइजर मोनू व डॉ. तोमर ने कोतवाली में शिकायत करके सौरभ के पिता अनूप को गिरफ्तार करवाकर कोतवाली भेज दिया था। चूंकि कॉलोनाइजर व डॉक्टर पर रिटायर्ड डीएसपी सुरेश सिंह सिकरवार का हाथ है, और यह पूरी कार्रवाई उनके इशारे पर करवाई जा रही थी। यही वजह है कि 6 फरवरी की दोपहर को पुलिस अनूप को पकडक़र कोतवाली लाई और उसी शाम 7 बजे सौरभ ने सुरेश सिकरवार को उनके ही घर जाकर गोली मार दी थी। गंभीर रूप से घायल हुए सिकरवार को निजी अस्पताल ले जाया गया था, उपचार के बाद अब वे स्वस्थ हैं।
सरेडर के समय एसपी ऑफिस व कंट्रोल रूम पहुंचीं सौरभ की माँ सुमन चौहान ने बताया कि मेरे बेटे के ससुर को कुछ लोग फोन पर धमकियां दे रहे थे कि अपने दामाद को सरेंडर मत करना, वरना हम एनकाउंटर करवा देंगे। इतना ही नहीं सुमन ने बताया कि जेल में बंद मेरे पति व देवरों के साथ भी बहुत बुरा व्यवहार किया गया है तथा देवर बीमार हो जाने की वजह से अस्पताल में भर्ती है।