पोहरी तहसील के ग्राम बूड़दा में रहने वाला गिर्राज शर्मा 10 दिन पहले कोलारस के ग्राम अमरपुर व रामनगर पहुंचा तथा उसने ग्रामीणों से पूछा कि क्या चारों धाम की यात्रा पर जाओगे। गिर्राज ने ग्रामीणों को बताया कि एक हजार रुपए जमा करवाकर अपने नाम की सूची बना लो। साथ ही उसने कहा कि इसके अतिरिक्त जो भी राशि लगेगी, वो बाद में दे देना। गिर्राज की बातों में आकर दोनों गांव के 35 ग्रामीण महिला-पुरुष ने एक-एक हजार रुपए जमा करके उसे सूची बना दी। सूची व राशि लेने के बाद गिर्राज एक बार फिर गांव पहुंचा और उसने कहा कि कुछ और पैसा चाहिए, सभी तरह की सुविधाओं के लिए बुङ्क्षकग आदि में देना है। उसकी बातों पर यकीन करके ग्रामवासियों ने उसे फिर से पैसा इक_ा करके 37 हजार रुपए दे दिए। कुल 72 हजार रुपए की राशि लेने के बाद गिर्राज ग्रामवासियों से 24 मई तक तो बात करता रहा और उनसे कहता रहा कि चारों धाम पर जाने की अपनी पूरी तैयारी कर लो और उसके बाद मोबाइल बंद कर लिया
धरी रह गईं ग्रामीणों की तैयारी
चारों धाम पर जाने के लिए ग्राम अमरपुर व रामनगर के ग्रामीण तैयारियों में जुटे हुए थे, लेकिन जब 25 मई को गिर्राज का मोबाइल लगना बंद हो गया तो ग्रामवासियों को कुछ आशंका हुई। उसके बाद तो उन्होंने न केवल हर पांच मिनिट में उसके फोन पर कॉल करने की कोशिश की, बल्कि दूसरी किश्त के रूप में जिस मोबाइल नंबर पर फोन-पे के माध्यम से पैसा ट्रांसफर करवाया, उस नंबर पर जब ग्रामवसियों ने कॉल किया तो दूसरी तरफ से आवाज आई कि मैं हरिद्वार से बोल रहा हूं, मुझे नहीं पता किसने और क्यों पैमेंट डलवाया।
पिता बोला: वो तो ऐसा ही करता है
चारों धाम के नाम पर ठगी का शिकार हुए अमरपुर निवासी देवीङ्क्षसह कुशवाह ने बताया कि मैंने तो 14 हजार रुपए दिए हैं और जब हम गिर्राज को ढूंढते हुए पोहरी के ग्राम बूड़दा में गए तो वहां गिर्राज तो नहीं मिला, लेकिन उसका पिता मिल गया। पिता ने कहा कि मेरा लडक़ा तो यहां नहीं रहता तथा वो इसी तरह के काम करता रहता है, तुम लोग क्यों उसके झांसे में आ गए। अब परेशान ग्रामवासी पुलिस की मदद लेने की तैयारी में हैं।