इसके साथ ही जिलाधिकारी द्वारा मौके पर ही निवारण हेतु संबधित विभागों और अधिकारियों को दिशा निर्देश भी दिए जाएंगे। इस आयोजन से महिलाओं को अपनी समस्याओं को उचित फोरम पर उठाने का जहां मौका मिलेगा वहीं अपनी बात को उठाने में आड़े आने वाली हिचक भी दूर हो जाएगी। महिलाएं तथा बच्चियां घरेलू हिंसा, दहेज़ शोषण, शारीरिक और मानसिक शोषण, लैंगिक असमानता, बाल विवाह, बाल श्रम, भिक्षावृत्ति, यौनिक हिंसा व छेड़छाड़ आदि मुद्दों पर बात करने के साथ ही इससे निपटने का सुझाव भी जिलाधिकारी के सामने रख सकती हैं।
इसके अलावा पोषण और स्वास्थ्य सम्बन्धी मुद्दों तथा अगर किसी महिला या बच्चे की किसी प्रकरण में कहीं सुनवाई नही हो रही है तो वो भी जिलाधिकारी से सीधे बात कर सकते हैं। प्रदेश में महिलाओं व बच्चों की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलंबन के लिए चलाये जा रहे ‘मिशन शक्ति’ को हर माह अलग थीम पर मनाने का निर्णय लिया गया है। इस माह की थीम- ‘मानसिक स्वास्थ्य तथा मनोसामाजिक मुद्दों से सुरक्षा और सपोर्ट’ तय की गई है। महिला कल्याण विभाग द्वारा मिशन शक्ति के तहत बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के साथ संयुक्त कार्ययोजना बनाकर इसे चलाया जा रहा है।