अम्बेडकर नगर से आये विशिष्ट अतिथि संत लक्ष्मण दास जी महाराज ने स्थानीय गद्दीधीश महंत सत्यसमदर्शी कविराजदास की सेवा, समर्पण की प्रसंशा करते हुए उन्होंने सुल्तानपुर को आध्यत्म का सूर्य बताया और कहा कि सुलतानपुर में दर्जनों आध्यात्मिक केंद्र हैं ,जो ऋषियों-मुनियों की तपोभूमि है । यह जिला भगवान राम के द्वितीय पुत्र कुश की राजधानी रहा है । इसी जिले के धोपाप धाम में भगवान ने लंका विजय प्राप्त करने के बाद अयोध्या जाते समय ब्रह्म हत्या से मुक्ति के लिए यहीं स्नान किया था ।
आश्रम की प्रबन्धक श्रीमती सुधा देव व मुख्य अतिथि संत के द्वारा श्रीमती संगीता मौर्या का माल्यार्पण कर प्रमाणपत्र के साथ तहसील बदलापुर का सखी-सरोवर नारीशक्ति का तहसील प्रभारी का पद भार ग्रहण कराया गया।