scriptराष्ट्रभक्ति व सेवा से बड़ा कोई कर्तव्य नहीं : शत्रुघ्न दास महराज | There is no greater duty than patriotism and service | Patrika News
श्रावस्ती

राष्ट्रभक्ति व सेवा से बड़ा कोई कर्तव्य नहीं : शत्रुघ्न दास महराज

राष्ट्रभक्ति व सेवा से बड़ा कोई कर्तव्य नहीं : शत्रुघ्न दास महराज

श्रावस्तीJan 27, 2020 / 12:24 pm

Ruchi Sharma

124.jpg

,,

सुलतानपुर. जिले के कोइरीपुर कस्बे के सिंहौली में सद्गुरु- सद्ज्ञान, विज्ञान और अध्यात्म आश्रम (सत्यधाम) पर मासिक सत्संग का कार्यक्रम राष्ट्र आराधना के साथ प्रारम्भ की गई। आजमगढ़ से आये महात्मा संत शत्रुघ्न दास जी महाराज ने राष्ट्र भक्ति और देश प्रेम पर रामायण गीता का अद्भुत प्रसंग कहकर राष्ट्रभक्ति से आह्लादित कर दिया। महात्मा ने कहा कि दुनिया में जितनी भी प्रकार की भक्ति है ,उनमें से देशभक्ति से बड़ी कोई भक्ति नहीं है । वही शाहगंज जौनपुर से पधारे बाबा निर्मल साहिब जी मनोहारी भजन के माध्यम से स्रोताओं का दिल जीत लिया ।
अम्बेडकर नगर से आये विशिष्ट अतिथि संत लक्ष्मण दास जी महाराज ने स्थानीय गद्दीधीश महंत सत्यसमदर्शी कविराजदास की सेवा, समर्पण की प्रसंशा करते हुए उन्होंने सुल्तानपुर को आध्यत्म का सूर्य बताया और कहा कि सुलतानपुर में दर्जनों आध्यात्मिक केंद्र हैं ,जो ऋषियों-मुनियों की तपोभूमि है । यह जिला भगवान राम के द्वितीय पुत्र कुश की राजधानी रहा है । इसी जिले के धोपाप धाम में भगवान ने लंका विजय प्राप्त करने के बाद अयोध्या जाते समय ब्रह्म हत्या से मुक्ति के लिए यहीं स्नान किया था ।

आश्रम की प्रबन्धक श्रीमती सुधा देव व मुख्य अतिथि संत के द्वारा श्रीमती संगीता मौर्या का माल्यार्पण कर प्रमाणपत्र के साथ तहसील बदलापुर का सखी-सरोवर नारीशक्ति का तहसील प्रभारी का पद भार ग्रहण कराया गया।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो