शव यात्रा के दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने केंद्र और प्रदेश सरकार को जिम्मेवार ठहराते हुए कहा कि सरकार के मनमानी के कारण उनकी मांग पूरी नही हो रही है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने शव का प्रतीक बनाकर विकास भवन तक यात्रा निकला और अर्थी को फूंका। जिलाध्यक्ष प्रभावती देवी की अगुवाई में निकली गई शव यात्रा के दौरान इस बार सरकार से आर पार की लड़ाई लड़ने का आह्वान किया गया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता लखनऊ में प्रदर्शन के लिए शनिवार रात लखनऊ के लिये निकलेगी।
राज्य कर्मचारी का दर्जा देने, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय 18 हजार प्रतिमाह करने व सहायिकाओं का मानदेय 14 हजार रूपए प्रतिमाह करने की सहित अन्य मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट पर अड़ी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने कहा कि अब वह मांगों को लेकर पीछे नहीं हटेंगी, सरकार की कार्रवाई से कोई भी नहीं डरने वाला है और अब शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
प्रदर्शन के दौरान शुक्रवार को संगीता, कौशिकी त्रिपाठी, हेमलता, रीता पाण्डेय, शांति देवी, सुनीता आदि ने कहा कि हम सभी को आन्दोलन के दिनों को गिनकर घबराने की जरूरत नहीं है बल्कि पूरे हौसले के साथ काम करने की जरूरत है। जिससे कि सरकार को हमारे धैर्य के आगे झुकना पडे़। अगर इस आन्दोलन के बाद भी सरकार मांग नही मानती है तो दिल्ली में प्रदर्शन किया जाएगा। शनिवार को धरने के दौरान रीता पाण्डेय ने कहा कि सरकार ने आश्वासन के बाद भी हमारी मांगों को पूरा नहीं किया है, ऐसे में इस बार डटकर रहने की जरूरत है। पदाधिकारियों ने सभी कार्यकर्त्रियों व सहायिकाओं को एकजुट होकर आन्दोलन को तेज करने का आहवान किया जिससे कि सरकार को हमारी मांगों को मानने के लिए मजबूर होना पड़े ।
BY- Suraj Singh