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सिद्धार्थनगर

बाबरी विध्वंस से जुड़ा है इस मिठाई का इतिहास, जानिए पूरी कहानी

शांति का संदेश देने वाली बुद्ध की धरती ने 1992 में भी शांति की मिशाल कायम की ।

सिद्धार्थनगरDec 05, 2017 / 08:17 pm

Akhilesh Tripathi

Ram katori sweets

राम कटोरी मिठाई

सिद्धार्थनगर. जब देश बाबरी मस्जिद विध्वंस पर देश साम्प्रदायिकता की आग में जल रहा था, तब भगवान गौतम बुद्ध की क्रीड़ा स्थली पर बनी मिठाई लोगों में सौहार्द की मिठास घोल रही थी। शांति का संदेश देने वाली बुद्ध की धरती ने 1992 में भी शांति की मिशाल कायम की। यहां पर बाबरी विध्वंस को लेकर किसी से कोई विवाद नहीं हुआ। बल्कि राम कटोरी नामक मिठाई का जन्म हुआ जिसने सौहार्द की ऐसी मिठास घोली जो बुद्ध की धरती पर आज भी कायम है।
भगवान गौतम बुद्ध की भूमि ने न सिर्फ बुद्ध के संदेश को सार्थक बनाया बल्कि यह भी साबित किया यह शांति के दूत की धरती है। यहां पर साम्प्रदायिकता की आग फैलाने वालो को कभी सफलता नहीं मिली। वर्ष 1992 में बाबरी विध्वंस के मौके पर जब पूरा देश सामप्रदायिकता की आग में जल रहा था तब बुद्ध की क्रीड़ा स्थली पर बनी ‘राम कटोरी’ नाम की मिठाई साम्प्रदायिक सौहार्द में मिठास घोल रही थी। गौतम बुद्ध की क्रीड़ा स्थली कपिलवस्तु से महज नौ किमी दूरी पर स्थित बर्डपुर कस्बे में आरएसएस के कार्यकर्ता विनोद गुप्ता ने ही मिठाई बनाई थी। जिसका नामकरण विनोद ने नहीं बल्कि मुस्लिम नमाजी ने की थी। जिससे यह राम कटोरी शांति व सौहार्द के लिए जानी जाती है।
राम कटोरी देश ही नहीं विदेशों में भी अपना संदेश फैला रही है। बाबरी विध्वंस पर जब हिन्दू-मुस्लिम एक दूसरे को देखना नहीं चाह रहे थे। चारों तरफ साम्प्रादायिकता की आग में देश जल रही थी उसी आग के बीच अंग्रेजों के बसाए कस्बा बर्डपुर में एक मिठाई हिन्दू- मुस्लिम के आपसी सौहार्द में मिठास घोल रही थी। मिठाई बनाने वाले विनोद गुप्ता भी मिठाई के बारे में नहीं जा सके बस मिठाई बनाकर दुकान में सजा दी थी। जब लोगों ने नई मिठाई देखी और खाया तो सभी ने जमकर तारीफ की। इसी दौरान शाम की नमाज पढ़ कर दुकान पर चाय पीने आए नमाजियों ने मिठाई और इसका नाम पूछा तो विनोद भी नाम नहीं बता सका, कारण उसने तो बस मिठाई बनाई थी। नाम के बारे में तो कुछ सोचा भी नहीं था। इसी बीच गर्म राम मंदिर के मुद्दे के बीच मुस्लिम नमाजियों ने ही कटोरीनुमा मिठाई का नाम राम कटोरी रख दिया। विनोद कहते हैं कि इसके बाद से लोग उसे राम कटोरी के नाम से जानने लगे। इसके बाद यह राम कटोरी इस कदर मशहूर हुई कि संगीतकार रवीन्द्र जैन ने रामकटोरी पर ‘राम की कटोरी सब की कटोरी, बोलो सियाराम जय जय सियाराम’ गाना भी गाया जो बाद में काफी मशहूर हुआ।
देश ही नहीं विदेशों में ही पहुंची राम कटोरी

बाबरी विध्वंस के दौरान बनी राम कटोरी मिठाई सिर्द्धानगर तक ही नहीं सिमटी है बल्कि यह देश विदेश में भी अपना संदेश पहुंचा रही हैं। मिठाई बनाने वाले विनोद गुप्ता बताते है कि लोग पूछते हुए मिठाई लेने यहां पर आते है। मिठाई सबसे अधिक मात्र में मुम्बई और सउदी अरब जाती है। यहां से मुम्बई व साउदी जाने वाले लोग मिठाई लेकर जाते है। खाने के बाद वहां से लोगों की डिमाण्ड भी की जाती है। जिससे कोई भी आता जाता है तो मिठाई जरूर मांगता है।
BY- SURAJ SINGH

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