scriptअखिलेश यादव के साथ नजर आये भाजपा के सांसद और दिग्गज नेता, इस लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की चर्चा तेज | Bjp Mp Jagdambika Pal meet akhilesh yadav Photo Viral Up Politics | Patrika News
सिद्धार्थनगर

अखिलेश यादव के साथ नजर आये भाजपा के सांसद और दिग्गज नेता, इस लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की चर्चा तेज

बीजेपी के इस सांसद के टिकट कटने की चर्चा भी है

सिद्धार्थनगरAug 25, 2018 / 02:01 pm

Akhilesh Tripathi

Akhilesh yadav and Jagdambika pal

अखिलेश यादव और जगदम्बिका पाल

यशोदा श्रीवास्तव
महाराजगंज. सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक तस्वीर यूपी के डुमरियागंज संसदीय सीट पर हलचल मचा दी है। यह तस्वीर भाजपा सांसद जगदंबिका पाल और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के गुफत्गू की है। वैसे किसी पार्टी के सांसद का दूसरे पार्टी के किसी नेता से मिलने की मनाही नहीं है, सभी एक दूसरे से मिलते ही रहते हैं, लेकिन पाल और अखिलेश का मिलन ऐसे समय हुआ जब लोकसभा चुनाव नजदीक है और पाल के टिकट पर ग्रहण की चर्चा है।
इससे भी हैरत की बात यह है कि 23 अगस्त को लखनउ में पूर्व सीएम अखिलेश यादव से सिद्धार्थनगर जिले के सपा कार्यकर्ताओं,पदाधिकारियों और बड़े नेताओं की मीटिंग में पूर्व स्पीकर माता प्रसाद पांडेय की शिकायत भी सुनने को मिली थी। जिले के एक कथित सपा नेता ने अखिलेश यादव से माता प्रसाद की जमकर शिकायत की थी। बैठक में माता प्रसाद पांडेय भी मौजूद थे। इस शिकायत के पीछे जिले के एक युवा सपा नेता के हाथ होने की चर्चा है।

सिद्धार्थनगर के कथित सपा नेता की माता प्रसाद पांडेय की शिकायत को पूर्व मुख्यमंत्री यादव ने बड़ी ध्यान से सुना। वे पांडेय की शिकायत सुन रहे थे तो वहीं मीटिंग में जिले के सपाई हक्का बक्का थे। अब अखिलेश के इस मीटिंग के बाद दूसरे ही दिन पाल और अखिलेश के मिलन की फोटो वायरल होने का अलग अलग निहितार्थ निकाला जा रहा है। सिद्धार्थनगर जिले के इस इकलौते संसदीय सीट के चप्पे चप्पे पर पाल और अखिलेश के मिलन की चर्चा जोरों पर है।

बता दें कि आसन्न लोकसभा चुनाव में सपा बसपा के बीच गठबंधन की चर्चा है। इस गठबंधन में कांग्रेस के भी शामिल होने की खबरें आती रहती हैं। हालाकि गठबंधन की तस्वीर अभी धुंधली है। ऐसे में तीनों ही दलों के नेता फिलहाल अपनी डफली अपनी राग अलाप रहे हैं। इस सीट पर भाजपा का सांसद होते हुए भी लोकसभा चुनाव में भाजपा के कई चेहरे उतरने को आतुर है। प्रथमदृष्टया कोई कारण नहीं है कि पार्टी पाल का टिकट काटने पर विचार करे बावजूद इसके इनके टिकट कटने की चर्चा जोर शोर से उड़ाई जा रही है। इसी के साथ अपना दल एस इस सीट से दावेदारी जता रहा है तो एक डॉक्टर भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा के साथ फोटो खिंचवा कर अखबार और होर्डिंग के जरिए इस बार हम का दावा ठोंक रहे हैं। इसके अलावा भाजपा के और भी कई चेहरे हैं जो टिकट की लाइन में हैं।
पाल के टिकट कटने की चर्चा पर आम राय है कि पूर्वांचल में पाल के अलावा शायद ही कोई सांसद हो जो अपने क्षेत्र में हर मौके पर उपलब्ध हो, जनता से सीधे जुड़ा हुआ हो और क्षेत्र के विकास के लिय संघर्ष करता हो। पाल कांग्रेसी पृष्ठिभूमि के हैं। इसी सीट से वे 2009 में कांग्रेस के टिकट पर सांसद चुने गए थे। अचानक परिस्थितयिां बदली और उन्हें 2014 का चुनाव भाजपा से लड़ना पड़ा। ख्वाब मंत्री पद का था जो न तो कांग्रेस में पूरी हुई और न ही भाजपा में। खुद्दार मिजाज के पाल का राजनीतिक सफर बड़ा उतार चढ़ाव भरा रहा। सेवादल फिर युवा कांग्रेस और फिर कांग्रेस की सीधी राजनीति में चर्चित चेहरा रहे पाल राजनीति की विपरीत धारा में ही कामयाब हुए हैं।
1977 की जनता पार्टी सरकार के सत्ता से हटने के बाद जब 1980 लोकसभा का चुनाव हुआ तो बस्ती लोकसभा सीट से पाल कांग्रेस के मजबूत दावेदार थे। इन्हें टिकट नहीं मिला। इसके बाद 1981 में यूपी विधानसभा चुनाव में भी इनका टिकट कट गया। लेकिन इनकी निष्ठा नहीं डिगी। अंततः पार्टी को इन्हें विधानपिरषद में लेना पड़ा और मंत्री भी बनाया। फिर बस्ती विधानसभा सीट से लगातार कई बार विधायक और मंत्री रहे। इस बीच जब तिवारी कांग्रेस का गठन हुआ था तब भी पाल ने पाला बदला था। वह तिवारी कांग्रेस के टिकट पर खलीलाबाद से लोकसभा चुनाव लड़े लेकिन हार गए। कुछ दिन भटकने के बाद वे फिर कांग्रेस में लौट आए और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष तक बने।
2004 में उन्हें डुमरियागंज संसदीय सीट से टिकट तब मिला जब इस सीट से कांग्रेस लगभग समाप्त हो चुकी थी और इसके उम्मीदवार 40 हजार वोट में सिमट गए थे। 2004 में पाल चुनाव हार जरूर गए थे लेकिन कांग्रेस का ग्राफ पौने दो लाख तक पंहुच गया था और वह 2009 में वे चुनाव जीतने में सफल हुए। अब जैसी की चर्चा है तो ऐसा लगता है कि पाल को फिर विपरीत परिस्थिति में राजनीति में अपनी नई राह बनानी पड़ सकती है।

Home / Sidharthnagar / अखिलेश यादव के साथ नजर आये भाजपा के सांसद और दिग्गज नेता, इस लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की चर्चा तेज

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो