ऐसे में दूसरे राज्यों से आए वाहन चालकों ने वाहनों को ही अपना बसेरा बना लिया है। चुनाव के दौरान सुरक्षा को लेकर भारत-नेपाल की खुली सीमा को तीन दिन पहले ही सील कर दिया गया है। सीमा के सील होने से दोनो से आने जाने वाले वाहनों के पहिए थम गए है। वाहनों के पहिए थमने से सीमाइ इलाकों के बाजार में सन्नाटा पसर गया है।
गुरुवार को चुनाव के कारण अचानक सीमा के सील होने से भारतीय क्षेत्र में भी नेपाल जाने वाले वाहनों की लम्बी कतार लग गई है। सीमा पर वाहनों की कतार लगने से दूसरे राज्यों से आए वाहनों चालकों व सहायकों को काफी दुश्वारी झेलनी पड़ रही है। वाहनों को ही सभी ने अपना बसेरा बना लिया है। वाहनों के पहिए थमने से दूसरे राज्यों व जिलों से आए वाहन चालकों ने ट्रकों के नीचे ही अपना बसेरा बना लिया उन्हें जानकारी ही नहीं हो सकी थी कि भारत नेपाल सीमा सील हो जाएगी। अचानक सीमा के सील होने से हर किसी को परेशानी उठानी पड़ रही है।
सुरक्षा एजेन्सियां भी सतर्क हो गई है। पेट्रोलिंग बढ़ाने के साथ ही जगह-जगह सघन जांच भी शुरू कर दिया गया है। सीमा पर अचानक अलर्ट होने से सीमाई इलाकों में लगने वाले बाजारों में भी सन्नाटा पसर गया। बढ़नी के साथ ही खुनुआ सहित अन्य सीमाई इलाकों में बाजार में सन्नाटा होने से व्यापारियों को भी दुश्वारी उठानी पड़ी।
नेपाल में गुरूवार को मतदान होना है, जिसके तहत भारत नेपाल सीमा को सील कर दिया गया है। गुरुवार को नेपाल में मतदान होने के बाद भी सीमा खुलेगी जिससे बाद सीमा पर आवाजाही शुरू हो सकेगी। तब तक लोगों को इंतजार करना पडे़गा। सीमा के अचानक सील होने से शादी विवाह वाले वाहनों को भी दुश्वारी झेलनी पड़ रही है।