दर्जनों की संख्या में पहुंचे लोगों ने पुलिस पर युवक को रिहा करने का दबाव बनाया। युवक को छोड़ने की मांग को लेकर भीड़ देर शाम तक थाने में डटी रही। राप्ती नदी के तट पर करोड़ो रूपए की कीमती जमीन को लेकर एक सप्ताह से विवाद चल रहा है। पैमाइश के दौरान पूर्व में खेती कर रहे लोगों की जमीन को बंजर बताया गया। जिस पर कास्तकार आक्रोशित हो गए। नाराज कास्तकारों ने चार दिन पहले एसडीएम को ज्ञापन सौंप कर मामले के सबंध में कार्रवाई करने की मांग की थी। इस बीच शुक्रवार को देर रात डुमरियागंज थाने में लोगों की भीड़ जुटनी हुई तो हर कोई हैरत में पड़ गया।
थाने का घेराव कर रहे लोगों ने बताया कि पुलिस जबरिया एक युवक को थाने उठा लाई है। भीड़ ने आरोप लगाया कि कतिपय लोग दबाव तहसील प्रशासन पर दबाव बनाकर कृषि योग्य भूमि को बंजर में तब्दील कराया जा रहा है। जिसके खिलाफ आवाज उठाने वालों पर पुलिस कार्रवाई कर रही है।
लोगों का आरोप है कि करोड़ों की जमींन को भू माफियाओं को देने की साजिश की जा रही है। जिसमें नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी की भी भूमिका संदिग्ध है। इस संबंध में थानाध्यक्ष आरबी सिंह पूरे मामले को सिरे से खारिज करते हुए यह कहा कि ऐसा केाई मामला नहीं है।
BY- Suraj Kumar