परिषदीय विद्यालयों में बच्चों को दिए जाने वाले मिड-डे-मील का बुरा हाल है। बीएसए की सख्ती के बाद भी जिम्मेदार व्यवस्था को लेकर गम्भीर नहीं हो रहे हैं। विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों व अध्यापकों द्वारा विद्यालय में भोजन बनने व वितरण आदि की सूचना ही जिला मुख्यालय को नहीं भेजी जा रही है। जिस पर कड़ी नाराजगी जताते हुए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने जिले भर के एसडीआई का वेतन भी बाधित कर दिया है। इसके बाद भी व्यवस्था में सुधार नहीं हो रहा है, शिक्षक अपनी मनमानी नहीं कर पा रहे हैं। साथ ही व्यवस्था की देखरेख के लिए कई बार औचक जांच भी की गई, जिसमें खास सुधार नहीं दिखा।
एमडीएम को लेकर सख्ती क बाद मोबाइल के माध्यम से प्रतिदिन सूचना भेजने का इंतजाम किया गया। इसके बाद विद्यालयों से निरंतर सूचनाएं नहीं आ रही है। इस सम्बंध में बीएसए द्वारा कई बार चेतावनी के बाद भी जिम्मेदारों ने इसे गम्भीरता से नहीं लिया। जिसके बाद बीएसए ने कार्रवाई करते हुए सभी एसडीआई का वेतन बाधित कर दिया है। वेतन बाधित होने के एक माह बाद भी अभी तक व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ। जिसको लेकर बीएसए ने सभी जिम्मेदारों के साथ बैठक कर चेतावनी दी है। नियमित रूप से सूचना नहीं आने पर प्रधानाध्यापकों व अन्य जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई करने की चेतावनी दी है।
जिले के कई विद्यालयोंं में मध्यान्ह भोजना योजना धरायशयी हो गई है। कहीं पर राशन नहीं होने के कारण तो कहीं शिक्षकों द्वारा कनर्वजन कास्ट कम होने के कारण मध्यान्ह भोजन नहीं बनवाया जा रहा है। जिससे बच्चों को दोपहर का भोजन नहीं मिल पा रहा है। बार बार सूचना मांगे जाने व चेतावनी देने के बाद भी जिम्मेदार एमडीएम व्यवस्था सुधार में रूचि नहीं दिखा रहे हैं। जिसको लेकर अभिभावको में रोष है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मनीराम सिंह ने बताया कि नियमित रूप से सूचना नहीं आने पर सम्बंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापक के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
By- Suraj Singh