अपने उद्बोधन में सांसद रीति पाठक के द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहाने के गुणगान किए। उनके द्वारा कहा गया कि शिवराज सिंह हमेशा आदिवासियों के हितों के लिए चितिंत रहते हैं, अंत्योदय तक पहुंचने के लिए उनके द्वारा कई योजनाएं लागू की गई। वहीं मोदी सरकार के धारा ३७० हटाने को लेकर भी बखान की। यद्यपि इस दौरान उनके द्वारा यह भी कहा जा रहा था, मैं किसी दल की बात नहीं कर रही हूं, विकास कोई भी करे हम उनके साथ हैं किंतु गुणगान वे भाजपा के ही नेताओं का करती रहीं, यही बात पंचायत मंत्री को नागवार गुजरी, जिसका जवाब वे माइक पाते ही देने में जुट गए।
मंत्री ने बताया गया कि कमलनाथ सरकार आदिवासियों के लिए नवीन योजना की आज से शुरुआत करने जा रही है। गरीब आदिवासियों के घर यदि कोई बच्चा जन्म लेता है तो उसे 50 किलो खाद्यान्न व किसी आदिवासी की मौत पर उस परिवार को 100 किलो खाद्यान्न सरकार देगी। इसके साथ ही आदिवासी बाहुल्य गांवों में 25 हजार रुपए की लागत से बर्तन खरीदे जाएगें, जो पंचायत भवन में रखा जाएगा, किसी आदिवासी के घरा कोई आयोजन होने पर उन्हें वह बर्तन दिया जाएगा।
पंचायत मंत्री कमलेश्वर पटेल द्वारा अपने उद्वोधन में कांग्रेस सरकार का बखान करते हुए सांसद को नीचा दिखाने का प्रयास किया गया। उनके द्वारा कहा गया कि धारा 370 हटाने के लिए प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने ही कहा था कि समय रहते इस धारा को समाप्त कर दिया जाएगा, किंतु ऐसी स्थिति निर्मित नहीं हुई कि उसे समाप्त कर दिया जाए, यह मोदी सरकार कोई बड़ा काम नहीं कर दिए हैं। उन्होने सांसद को आढ़े हांथों लेते हुए कहा कि सांसद आप उज्जवला गैस कनेक्सन की बात कर रही है, किंतु उन्हें नहीं पता कि यूपीए सरकार के समय गैस सिलेंडर 350 से 400 रुपए होता था आज हजार रुपए पहुंच गया, ऐसे में गरीब गैस भराने रुपया कहां पाएगा।
कार्यक्रम समापन के बाद आए हुए लोगों के लिए लंच पैकेट की व्यवस्था की गई थी। किंतु उसका वितरण व्यवस्थित तरीके से नहीं किया गया, एक जगह पर रखकर लोगों को खाने के लिए बोल दिया गया, जिस पर लंच पैकेट लेने के लिए भीड़ टूट पड़ी, आलय यह रहा कि लोगों के द्वारा एक पैकेट की जगह दस-दस पैकेट उठा लाए, जिससे अंत मे कुछ लोगों को लंच पैकेट भी नहीं नसीब हो पाया।