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पांच दिन की मसक्कत के बाद पुलिस ने किया हत्या का खुलासा

पांच दिन की मसक्कत के बाद पुलिस ने किया हत्या का खुलासा, जबरदस्ती करने पर महिला ने दिया धक्का दीवाल से टकराने से बेहोश हुआ अधेड़, साक्ष्य छिपाने के लिए महिला ने आग से जलाने का की प्रयास , अधेड़ की ब्लैक मेलिंग करने से महिला थी काफी त्रस्त

सीधीJan 23, 2020 / 06:40 pm

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जबरदस्ती करने पर महिला ने दिया धक्का दीवाल से टकराने से बेहोश हुआ अधेड़

सीधी। शहर के उत्तरी करौंदिया स्थित बंद कमरे में कंडक्टर की मिली अधजली लाश के संबंध में सिटी कोतवाली पुलिस ने खुलासा करते हुए किराए से मकान लेने वाली महिला को ही कातिल पाया। आरोपिया ने अपना जुर्म कबूल करते हुए पुलिस को बताया कि कंडक्टर से उसका करीब 4 वर्षो से परिचय था और वह उसके कमरे में भी अक्सर आता था। अनैतिक संबंध होने के कारण शराब का आदी हो चुका कंडक्टर शराब पीने के लिए पैसे की मांग की जाती थी और नही देने पर अनैतिक संबंध को उसके परिजनों से बताने की धमकी देकर ब्लैकमेल किया जा रहा था। जिसके चलते वह काफी त्रस्त थी। आरोपिया ने अपना जुर्म कबूल करते हुए पुलिस को बताया कि उसकी मंशा कंडक्टर को मारने की नही थी। लेकिन घटना की रात वह शराब के नशे में धुत होकर काफी विवाद कर रहा था इसी दौरान धक्का दिए जाने पर वह बेहोश हो गया, जो होश में नही आया।
घटना के बाद से वह काफी दहशत में आ गई और शव को मकान के स्टोर रूम में ले जाकर पेट्रोल से आग लगा दी और स्टोर रूम का दरवाजा और अपने मकान का गेट बंदकर भाग गई थी। मामले का खुलाशा करते हुए सिटी कोतवाली के नगर निरीक्षक शेषमणि पटेल ने बताया कि 15 जनवरी को थाना में सूचना प्राप्त हुई थी कि उत्तरी करौंदिया सीधी के आशीष मिश्रा पिता आशुतोष मिश्रा के मकान में एक महिला किराए से कमरा ली थी जो कुछ दिनो से कमरे में नही आई। उसके किराए के कमरे से बदबू आ रही है। सूचना की तस्दीक की गई तो पाया गया कि उक्त किराए के मकान में रहने वाली महिला का नाम सुधा तिवारी पति चंद्रप्रताप तिवारी उम्र 50 वर्ष निवासी ग्राम रामपुर थाना अमिलिया जिला सीधी की थी। उसके द्वारा करीब डेढ़ महीने पहले किराए से कमरा लेकर रह रही थी। जो कुछ दिनो से नही आई थी। उक्त मकान को खोलकर देखा गया तो उसके स्टोर रूम में 45 से 50 वर्ष उम्र के अज्ञात व्यक्ति का शव जमीन में अधजले हालत में पड़ा था। पंचनामा कार्रवाई के दौरान मृतक के परिजन उपस्थित हुए और बताया कि यह शव शत्रुधन ङ्क्षसह पिता लालसाहब ङ्क्षसह चौहान उम्र 50 वर्ष निवासी ग्राम मानपुर थाना कोरांव जिला प्रयागराज उत्तर प्रदेश हाल बांसघाट रीवा का है। उक्त हत्याकांड की जांच के लिए पुलिस अधीक्षक राघवेंद्र ङ्क्षसह बेलबंशी के मार्गदर्शन पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अंजुलता पटले एवं उप पुलिस अधीक्षक आरएस पांडेय के निर्देशन में थाना प्रभारी निरीक्षक शेषमणि पटेल के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई। मर्ग विवेचना में पाया गया कि घटना स्थल किराए से दिए मकान के मालिक एवं आसपास के लोगों के द्वारा बताए अनुसार तथा परिस्थित जन्य कारणों से किराएदार सुधा तिवारी पर प्रथम दृष्टया उक्त घटना को कारित किया जाना पाए जाने से संदेहिया की तलाश की गई। उसके दस्तयाब होने पर घटना को स्वत: अंजाम देना स्वीकार किया गया।
क्या था मामला-
महिला सुधा तिवारी ने पुलिस को अपने बयान में बताया कि मृतक शत्रुधन ङ्क्षसह चौहान से उसका विगत करीब 4 वर्षो से परिचय था जो अक्सर उसके किराए के मकान में आता-जाता रहता था। मृतक पेशे से बस कंडक्टरी का काम करता था। इस दौरान मृतक एवं उसके बीच अनैतिक संबंध स्थापित हो गए थे। साथ ही दोनो उक्त किराए के मकान में अक्सर साथ में रूकते थे। मृतक शत्रुधन ङ्क्षसह चौहान शराब पीने का बहुत आदी था। शत्रुधन द्वारा उससे अनैतिक संबंध होने से बार-बार शराब पीने के लिए पैसों की मांग की जाती थी। नही देने पर अनैतिक संबंध के बारे में उसके परिजनों से बताने की धमकी दी जाती थी। घटना दिनांक 6 जनवरी को शत्रुधन ङ्क्षसह शराब के नशे में इसी किराए के कमरे में आरोपिया सुधा तिवारी से विवाद किया। विवाद के दौरान सुधा ने शत्रुधन को धक्का दिया। जिससे वह बेहोश हो गया। काफी समय बाद उसे होश नही आया तो सुधा तिवारी ने मृतक के शव को ठिकाने लगाने के लिए उसी मकान के स्टोर रूम में शव के ऊपर पेट्रोल लगाकर आग लगा दी। इसके बाद स्टोर रूम का दरवाजा बंद कर वहां से भाग गई। उक्त मामले में आरोपिया सुधा तिवारी पति चंद्रप्रताप तिवारी के विरूद्ध भादवि की धारा 302, 201 कायम किया जाकर विवेचना की गई। मामले की विवचेना में गठित टीम के उपनिरीक्षक मनोज गौतम, उपनिरीक्षक केदार परौहा, सउनि डीके रावत, महिला प्रधान आरक्षक सरोज रावत, आरक्षक आजाद खान, आरक्षक सुनील बागरी का सहयोग रहा।

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