पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की वर्दी की दाएं बाजू में पुलिस का पहचान चिन्ह मोनो लगा होता था। लेकिन 24 फरवरी 2014 को तत्कालीन डीजीपी ने आदेश जारी कर पुलिस पहचान चिन्ह लगाए जाने की प्रचलित प्रथा को समाप्त कर दिया था। पुलिस पहचान चिन्ह हटाने के पीछे तर्क दिया गया था कि कानून व्यवस्था को बनाए रखने के दौरान भीड़-भाड़ में पहचान चिन्ह गिरने की घटनाएं हो रही हैं जिससे पहचान चिन्ह का अपमान हो रहा है।
प्रदेश के डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला ने मंगलवार को आदेश जारी कर कहा है कि पुलिस महानिदेशक और महानिरीक्षक सम्मेलन वर्ष 2015 में अनुशंसा के फलस्वरूप पहचान चिन्ह धारण किए जाने के आदेश दिनांक 24 फरवरी 2014 निरस्त कर पुलिस पहचान चिन्ह लगाए जाने की प्रथा को पुन: स्थापित किया जाता है। आदेश के पालन में पुलिस विभाग के समस्त अधिकारी-कर्मचारियों की यूनीफार्म वर्दी में पूर्व के अनुसार मप्र पुलिस का मोनो एक नवंबर से धारण किया जाएगा।