दरअसल, उपभोक्ताओं को हर महीने ऊर्जा दर के साथ स्थाई प्रभार भी देना होता है। इसके लिए आयोग ने 75 यूनिट को आधा किलोवाट अधिकृत भार माना था। इसी अनुसार बिजली बिलों की गणना भी होती थी। लेकिन अब 75 यूनिट तक तो आधा किलोवाट ही माना जाएगा। लेकिन इसके बाद हर 15 यूनिट की खपत में 100 वाट का भार मानकर स्थाई प्रभार लिया जाएगा। उपभोक्ताओं को फायदा ये होगा कि अब तक 75 से 1 यूनिट बढ़ते ही स्थाई प्रभारी दोगुना देना होता था। लेकिन अब 76 से 90 यूनिट तक 17 से 22 रुपए देने होंगे। बिजली दरों में काई बदलावा नहीं किया गया है।
यूनिट राशि रुपए फिक्स चार्ज
शहर ग्रामीण
0-50 33.85 50 रुपए 35 रुपए प्रति कनेक्शन
51-100 4.70 90रुपए 65 रुपए प्रति कनेक्शन
101-300 6.00 20 रुपए 17 रुपए प्रति 100 वाट
300 से अधिक 6.30 22 रुपए 21 प्रति 100 किलो वाट
-अस्थाई कनेक्शन (गृह निर्माण) के लिए 8 रुपए 30 पैसे प्रति यूनिट ही रहेगा। फिक्स चार्ज 390 की जगह 300 रुपए, शहर व 350 की जगह 250 ग्रामीण प्रति किलोवाट पर फिक्स चार्ज।
-ग्रामीण क्षेत्रों में बिना मीटर वाले 300 से 500 वाट तक कनेक्शन वालों से 4 रुपए 30 पैसे प्रति यूनिट और 75 रुपए प्रति कनेक्शन स्थाई प्रभार लिया जाएगा।
-झुग्गी झोपड़ी वाले अमीटरीकृत घरेलू उपभोक्ताओं को 330 रुपए प्रति महीने देना होगा।
-ई-वाहन चार्जिंग कनेक्शन लेने पर 6 रुपए प्रति यूनिट की दर और 125 रुपए प्रति किलोवाट स्थाई प्रभार देना होगा।
-ई-वाहन चार्जिंग स्टेशन के लिए एचटी कनेक्शन पर 5 रुपए 90 पैसे प्रति यूनिट और 120 रुपये प्रति किलो वाट स्थाई प्रभार लगेगा।
प्रदेश में प्री-पेड मीटर लगाने वालों को बढ़ावा देने के लिए टैरिफ में उनकी छूट बढ़ा दी गई है। ऐसे में मीटर का उपयेाग करने वाले उपभोक्ताओं को छूट 20 पैसे से बढ़ाकर 25 पैसे प्रति यूनिट कर दी गई है।
नया टैरिफ प्लान 11 मई से लागू होगा। उपभोक्ताओं को सस्ती बिजली मुहैया हो पाएगी।
आरसी पटेल, कार्यपालन यंत्री, विद्युत वितरण कंपनी, संभाग सीधी