इस मौके पर महिला बाल विकास के पाक्सो एक्ट के मास्टर ट्रेनर कमल सिंह ने पाक्सो एक्ट के विभिन्न प्रावधानों की जानकारी दी। उन्होंने बच्चों को बताया कि यदि कोई भी व्यक्ति उनके साथ लैंगिक शोषण करता है अथवा करने का प्रयास करता है तो तुरंत ही अपने माता-पिता अथवा संरक्षक को बताएं। विद्यालय में शिक्षक को भी जानकारी दी सकते हैं। किसी भी प्रकार के शोषण अथवा हिंसा की जानकारी निःशुल्क चाइल्ड लाईन हेल्प नं 1098 पर भी दी जा सकती है। साथ ही राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की बेबसाइट पर पाक्सो ई-बाक्स बटन को क्लिक कर भी बच्चों के लैंगिक उत्पीड़न की षिकायत दर्ज करायी जा सकती है।
विद्यालय के शिक्षक अनुप सिंह चौहान ने बच्चों को बाल अधिकारों के संबंध में बताया कि यदि कभी भी कोई व्यक्ति उनके साथ लैंगिक शोषण करे अथवा लैंगिक शोषण करने का प्रयास करे तो तुरंत ही अपने विश्वसनीय व्यक्ति को बताना चाहिए। कभी भी हमें ऐसे कृत्यों को छिपाना नहीं चाहिए। सिंह ने बताया कि स्वयं भी सजग व सुरक्षित रहें और अपने छोटे भाई-बहनों तथा पास-पडोस के बच्चों को भी बताएं।
इस मौके पर चाइल्ड लाईन की टीम ने बच्चों को गुड टच व बेड टच के बारे में जानकारी दी। कार्यशाला मे विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य अशोक सिंह और शिक्षक बीपी सिंह, धर्मपाल सिंह, राजबहोरन सिंह, कृष्णगिरी तथा चाइल्ड लाईन समन्वय अब्दुल कादिर खान व काउंसलर कल्पना सिंह तथा अन्य शिक्षक व विद्यालय के कर्मचारी उपस्थित रहे।