मोदी ने अपनी रैली में राष्ट्रवाद से लेकर अपनी सरकार की उपलब्धियों पर बात की। उसके बाद वे किसानों के मुद्दे पर आ गए। कर्जमाफी को लेकर उन्होंने सरकार को घेरा। कहा कि कर्जमाफी के नाम पर किसानों के साथ छल हुआ है। मोदी ने कहा कि इस बार कांग्रेस महामिलावटियों के साथ खिचड़ी पकाने की फिराक में थी। लेकिन वंशवाद के चूल्हे में अब ताप नहीं है। वंशवाद की रोटियां सेंकने वालों की न तो खिचड़ी पकने वाली है और नहीं दाल गलने वाली है। जिन तीन राज्यों में कांग्रेस की सरकार बनी हैं, वहां ट्रेलर देखकर पता चलता है कि फिल्म कैसी होगी।
प्रधानमंत्री ने कमलनाथ पर हमला करते हुए कहा कि किसान सम्मान निधि के तहत किसानों को जो पैसे भेजने हैं, उसके लिए कमलनाथ की सरकार हमें सूची नहीं दे रही है। हर बार व्यस्तता का बहाना बनाते हैं। मैं आपके खाते में पैसा जमा करना चाहता हूं, लेकिन ये सरकार रोक रही है। एमपी के 84 लाख किसानों के खाते में किसान सम्मान निधि का पैसा अब तक पहुंच जाना चाहिए था। देश में करोड़ों किसानों को यह लाभ मिल चुका है। लेकिन एमपी के किसानों को यह नहीं मिला है।
सूची नहीं दे रही सरकार
मोदी ने कहा कि ये किसानों की सूची हमें नहीं दे रहे हैं। उनको डर लग रहा है कि किसानों की सूची हम देंगे तो मोदी सीधा उसमें पैसा देगा तो किसानों के सामने इनकी पोल खुल जाएगी।
मोदी ने कहा कि ये किसानों की सूची हमें नहीं दे रहे हैं। उनको डर लग रहा है कि किसानों की सूची हम देंगे तो मोदी सीधा उसमें पैसा देगा तो किसानों के सामने इनकी पोल खुल जाएगी।
मैं जानता हूं
पीएम ने कहा कि मुख्यमंत्री जी मैं जानता हूं, आप बहुत बिजी हैं। मैं जानता हूं, चुनाव के बाद आपको स्विटजरलैंड जाना जरूरी था। आप बहुत बिजी हैं, बेटे को सेट करना है। आप बिजी हैं, आपके पीए-फीए जो रहे हैं, उनके घर से नोटों के बोरे निकले, उनको बचाना है। इसलिए आप बहुत बिजी है। लेकिन आप किसी और अफसर को दे दो, उनको बोलो कि मोदी जी लिस्ट मांग रहे हैं दे दो। किसानों को पैसा मिल जाएगा। लेकिन ये नहीं करेंगे।
पीएम ने कहा कि मुख्यमंत्री जी मैं जानता हूं, आप बहुत बिजी हैं। मैं जानता हूं, चुनाव के बाद आपको स्विटजरलैंड जाना जरूरी था। आप बहुत बिजी हैं, बेटे को सेट करना है। आप बिजी हैं, आपके पीए-फीए जो रहे हैं, उनके घर से नोटों के बोरे निकले, उनको बचाना है। इसलिए आप बहुत बिजी है। लेकिन आप किसी और अफसर को दे दो, उनको बोलो कि मोदी जी लिस्ट मांग रहे हैं दे दो। किसानों को पैसा मिल जाएगा। लेकिन ये नहीं करेंगे।