वैसे ही काम धंधें बंद हैं तो लोगों की जेब खाली है। अब कहीं से पैसा आए तब तो वो बैंकों में जमा करें। ऐसे में बैंको में नकदी की कमी हो गई है। बैंकों के पास एक ही विकल्प है कि कहीं बाहर से पैसा आए। लिहाजा बैंक आने वाले सभी ग्राहकों को नकदी नहीं मिल पा रही है। अब नकदी है ही नहीं तो एटीएम में डालें कहां से, लिहाजा एटीएम खाली हैं।
जिले के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक जहां सबसे ज्यादा खाताधारक हैं वहां की हालत भी खस्ता है। पैसे की कमी के चलते यहां भी ग्राहकों को लौटाया जा रहा है। अब स्टेट बैंक की मुख्य शाखा के सामने एटीएम है जहां रुपये जमा करने की भी सुविधा है। लेकिन यहां भी कोई कैश जमा करने नहीं पहुंच रहा। एटीएम पर नो करेंसी की तख्ती लटका दी गई है।
आलम यह है कि जिला मुख्यालय में संचालित तकरीबन सभी बैंकों के एटीएम कैशलेस हो चुके हैं। ऐसे में दिन में आधा शटर गिरा रहता है और शाम ढलने के बाद पूरा शटर गिरा कर ताला जड़ दिया जा रहा है।