पिछले दो महीने जिस तरह से ऑक्सीजन को लेकर देश भर में हायतौबा मची। उसके बाद से तमाम निजी व सरकारी संस्थान, सरकारी उपक्रम आगे आए। इसी कड़ी में गेल इंडिया ने भी पहल की और सीधी जिला अस्पताल में 833 लीटर प्रति मिनट आपूर्ति क्षमता वाले ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना का फैसला किया। प्लांट की स्थापना जल्द से जल्द हो सके इसके लिए गेल ने पूरी ताकत झोंक दी है।
गेल इंडिया के मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन) धीरेंद्र कुमार जैन बताते हैं कि सीधी में प्लांट स्थापित करने के लिए तेजी से कार्य किया जा रहा है। प्लांट स्थापना के आवश्यक हिस्सों को क्रमबद्ध तरीके से सीधी पहुंचाया जा रहा है। प्लांट के अधिकांश हिस्सों की आपूर्ति विदेशों से की जा रही है। उन्होंने उम्मीद जताई कि जिले में 25 जून तक प्लांट स्थापना संभावित है।
बता दें कि गेल (इंडिया) लिमिटेड, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय, भारत सरकार के तत्वावधान में महारत्न का दर्जा रखने वाला एक सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम है। गेल पीएसए आधारित ऑक्सीजन संयंत्र की आपूर्ति के लिए प्रतिबद्ध है। संयंत्र की क्षमता 833 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन आपूर्ति होगी। गेल ने मैसर्स गैसटेक इंजीनियरिंग (प्रा.) लिमिटेड, नई दिल्ली को जिला अस्पताल सीधी को ऑक्सीजन संयंत्र की आपूर्ति करने का आदेश दिया है।
यूरोपीय कंपनी से आयातित फीड एयर कंप्रेसर रविवार 06 जून की शाम जिला चिकित्सालय सीधी पहुंच गया है। कंप्रेसर वायुमंडल से हवा लेता है और प्लांट को 10 से 12 बार प्रेशर पर सप्लाई करता है, यह प्लांट को प्रति मिनट 2500 लीटर हवा की आपूर्ति करने में सक्षम है। कंप्रेसर की आपूर्ति मेसर्स इंगरसोल रैंड इंडिया, अहमदाबाद द्वारा की जा रही है जिसे उनके द्वारा अपनी यूरोपीय कंपनी से आयात किया गया था।
मुख्य महाप्रबंधक जैन बताते हैं कि प्लांट का दूसरा प्रमुख हिस्सा पीएसए पैकेज है। यह पैकेज पूरे प्लांट का दिल है जो ऑक्सीजन को संपीडि़त हवा से अलग करता है। यह पुर्तगाल से आयात किया जा रहा है। इसके 13 जून तक भारत पहुंच जाने की उम्मीद है। कस्टम क्लीयरेंस और टेस्टिंग के बाद पैकेज को दिल्ली से जिला अस्पताल सीधी पहुंचाया जाएगा।
इसके साथ ही फिल्टर, एयर रिसीवर, स्टोरेज वेसल, वॉल्व, इलेक्ट्रॉनिक कंट्रोल पैनल आदि के साथ बाकी स्किड को भारत में ही संकलित किया जा रहा है जो 12 जून तक दिल्ली और नोएडा से पहुंचने की उम्मीद है।