ओलावृष्टि से दलहनी-तिलहनी फ सल चौपट
कुसमी व मझौली विकासखंड के दो दर्जन से अधिक गांवों में दो दिन हुई ओलावृष्टि से चौपट हुई फसलें, किसानों की मेहनत पर फिरा पानी, सर्वे कर मुआवजा की किसानों द्वारा की जा रही मांग, दलहनी व तिलहनी फसलों के साथ ही गेहूं की फसल भी हुई प्रभावित, उत्पादन पर पड़ेगा प्रभाव
Pulses, oilseeds and squash with hail
सीधी। रविवार की रात करीब 8.30 बजे तेज बारिश के साथ जब बेर से बड़े आकार के ओले गिरे तो किसान सारी रात सो नहीं पाए, सोमवार की अल सुबह जब वह खेतों में फसल की स्थिति देखने पहुंचे तो अपना माथा पीट लिया। चिंता केवल इस बात की थी कि अब वह कैसे अपने परिवार का भरण पोषण करेंगे। अब तक खेतों में लहलहाती अच्छी फसल दिख रही थी, फसल की स्थिति देखकर वह गदगद थे कि इस बार फसल के अच्छे उत्पादन से खासा मुनाफा होगा, वह अच्छे उत्पादन के सपने संजोए हुए थे, लेकिन चंद मिनटो की ओलावृष्टि ने उनके सारे सपनों पर पानी फेर दिया।
तीन दिन पूर्व अचानक मौसम मेें आए बदलाव के बाद जिले के कुसमी एवं मझौली तहसील क्षेत्र में शनिवार और रविवार को तेज बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि के कारण रबी की फसलों पर काफी प्रभाव पड़ा है। प्रकृति की इस मार से अन्नदाता कराह उठा है, किसानों की सारी मेहनत पर प्रकृति ने पानी फेर दिया है। पहले दिन यानि शनिवार को तो कुसमी एवं मझौली अंचल के करीब दो दर्जन से अधिक गांवों में बेर या इससे छोटे आकार के ही ओले गिरे थे जिसका असर दलहनी एवं तिलहनी फसलों में ही हुआ था, लेकिन रविवार की रात तेज बारिश के साथ जब बेर से भी बड़े आकार के ओले पांच मिनट से भी अधिक समय तक गिरे तो किसानों की दलहनी, तिलहनी फसलों के साथ ही गेहूं की फसल भी खेतो में पसर गई।
इन गांवों में हुई ज्यादा तबाही-
विगत दो दिनों में ओलावृष्टि जिले के कुसमी व मझौली क्षेत्र में हुई है, सर्वाधिक असर कुसमी तहसील क्षेत्र के गांवों में होना बताया जा रहा है। कुसमी तहसील क्षेत्र के भदौरा, शंकरपुर, दरीमाडोल, कतरवार, गोतरा, बजबई, पोंड़ी, रामपुर, ददरिहा, टंसार, गुडुआधार, ठाड़ीपाथर, सहित आस-पास के अन्य गांव के साथ ही मझौली तहसील क्षेत्र के धुआंडोल, टिकरी, परासी, कंजवार, शेर, अकौना, शिकरा, बकवा, महखोर सहित आस पास के गांवो में बेर से बड़े आकार के ओले गिरने से रवी की फसलों में सरसो, चना, अरहर, जौ के साथ ही गेहूं की फसल को काफी नुकसान होना बताया जा रहा है। फिलहाल राजस्व व कृषि अमले द्वारा ओलावृष्टि से हुई फसलों की नुकसानी के लिए कलेक्टर के निर्देश पर नजरी सर्वे शुरू कर दिया गया है।
मंत्री एवं कलेक्टर ने दिए सर्वे के निर्देश-
ओलावृष्टि से प्रभावित फसल का सर्वे कर नुकसानी का आंकलन करने के निर्देश पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल द्वारा सीधी एवं सिंगरौली कलेक्टर को दिए गए हैं। मंत्री के निर्देश के बाद कलेक्टर रवींद्र चौधरी ने राजस्व अमले को प्रभावित क्षेत्र में सर्वे का निर्देश जारी कर दिया गया है।
किसानों ने सुनाया दर्द-
………कुसमी एवं मझौली तहसील के दर्जनभर से ऊपर गांवों में ओला गिरा है, करीब दस मिनट तक ओलावृष्टि होने से फसल, सब्जी व आम के बौर झड़ गए हैं। प्रभावित फसलों का सर्वे कराकर मुआवजा दिलाए जाने हेतु कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया है।
आनंद सिंह ददुआ, किसान एवं महामंत्री कांग्रेस कमेटी
………गोतरा गांव में शनिवार व रविवार को ओलावृष्टि होने से रवी की फसलों को काफी नुकसान हुआ है। हमारी सारी मेहनत पर पानी फिर गया है, परिवार का भरण पोषण कैसे करेंगे अब इसी बात की चिंता सता रही है।
अमोले सिंह, किसान गोतरा
फोटो नं.-एसडी २५०६, घासीदास गुप्ता।
…….हमारे गांव में पहले दिन तो चने के आकार के ओले गिरे, लेकिन दूसरे दिन बारिश के साथ पुन: ओलावृष्टि हुई, इस बार बेर से भी बड़े आकार के ओले गिरने से साग सब्जी व रवी की फसलें चौपट हो गई हैं।
घासीदास गुप्ता, किसान शंकरपुर
………लगातार दो दिनों तक बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि से भदौरा सहित दो दर्जन से अधिक गांवों में किसानों की दलहनी, तिलहनी फसलों के साथ ही गेहूं की फसल को भी नुकसान हुआ है, अब तो बस मुआवजे की ही आश है।
रामानुज पनाडिय़ा, किसान भदौरा
……….हमने खेत में फसलों के साथ एक एकड़ में धनिया की खेती भी किया था, धनिया पककर लगभग तैयार हो गई थी, लेकिन ओलावृष्टि से धनिया की फसल सहित अन्य फसलें भी चौपट हो गईं।
मंधारी जायसवाल, किसान दरीमाडोल
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जनप्रतिनिधियों ने की सर्वे कर सहायता रशि दिलाए जाने की मांग-
तत्काल सहायता सुनिश्चित करें प्रशासन-रीती
…..सीधी संसदीय क्षेत्र में प्राकृतिक आपदा से फ सलों को बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है, लेकिन शासन प्रशासन सो रहा है। शासन का एक भी नुमाइंदा खेतों तक नहीं पहुंचा है। सांसद रीती पाठक ने जिला प्रशासन से मांग की है कि तत्काल सर्वे कराकर पीडि़त किसानों को उचित मुआवजा प्रदान करें।
दुखद घड़ी में भाजपा किसानों के साथ-कुंवर
……धौहनी विधायक कुंवर सिंह टेकाम ने कहा कि धौहनी विधानसभा ओला पाला से सर्वाधिक प्रभावित है। इस दुखद घड़ी में भारतीय जनता पार्टी का प्रत्येक कार्यकर्ता अन्नदाता किसानों के साथ खड़ा है। टेकाम ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि तत्काल पीडि़त किसानों को की सहायता सुनिश्चित करें।
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मौसम खराब रहा तो और अधिक होगा नुकसान-
ओलावृष्टि से दलहनी व तिलहनी फसलों को नुकसान हुआ है, क्योंकि यह फसलों में फूल व फल लगने का समय है। यदि इसी तरह आगामी दिनों में भी मौसम खराब रहा तो चने की फसल में इल्ली व अरहर की फसल में कीट लगने की संभावना बढ़ जाएगी।
डॉ.महेंद्र सिंह, वरिष्ट बैज्ञानिक कृषि विज्ञान केंद्र सीधी
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