पीड़िता की मानें तो 2 मार्च की रात करीब 10 बजे मै घर में सात वर्षीय बेटी के साथ गेहूं साफ कर रही थी। तो किसी ने दरवाजा की कुंडी खटकाया। तो मैं नहीं खोली। उस समय बाउंड्री का दरवाजा बंद था। तभी खजुरिहा निवासी आरोपी छोटेलाल पिता बुद्धी साहू (45) बाउंड्री कूदकर आंगन में आ गया। वहां से जबरदस्ती कमरे में घुस आया। मैं कुछ समझ पाती उसने झपटकर मेरा मुंह दबा लिया। मैंने बल पूर्वक उसका हाथ हटाकर शोर मचाई।
लिहाजा, मेरी आवाज सुनकर ससुर, चाचा ससुर, ननदोइ, भाई तथा पड़ोसी दौड़कर आए और आरोपी को कमरे के अंदर ही पकड़ लिया। आरोपी शराब के नशे में था। अनाप-सनाप बकता रहा। परिजन पूछताछ कर रहे थे, तभी वह उन्हें धक्का देकर भाग निकला और गाली-गलौज करने लगा। पीडि़ता ने 3 मार्च को मड़वास चौकी में शिकायत दर्ज कराने पहुंची तो पुलिस ने यह कहकर भगा दिया कि आज पुलिस की होली है। कल आना।
4 मार्च को वह फिर चौकी पहुंची और मामले की शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने उसके बताए अनुसार रिपोर्ट दर्ज नहीं की। आरोप है कि पुलिस ने अपने हिसाब से रिपोर्ट दर्ज की है। बताया कि घटना की जांच नही हुई और न ही आरोपी के खिलाफ किसी प्रकार की कार्रवाई की गई।
इससे आरोपी के हौसले बुलंद है और पूरा परिवार मिलकर मेरे परिवार व गवाहों को लगातार जान से मारने की धमकी देता है। पीडि़ता ने कहा कि आरोपी शराब का आदी है तथा आपराधिक प्रवृत का है, मेरे पति महाराष्ट्र में रहते हैं मैं घर में अकेली दहशत के बीच रात गुजारती हूं।
पीड़िता ने बताया कि कार्रवाई न होने पर मैं अपने ससुर के साथ एसपी सीधी सहित तत्कालीन टीआई मझौली के पास भी न्याय की गुहार लगाने गई, लेकिन वहां भी मेरे रिपोर्ट की छाया प्रति देकर वापस घर भेज दिया गया, उसके खिलाफ कार्रवाई आज तक नहीं की गई। मैं दहशत में हूं।