मझौली एवं कुसमी विकासखंड की करीब २६ किलोमीटर लंबी सड़क जेपी कंपनी के भारी वाहनों से प्रभावित हुई है। इसके निर्माण व मेटीनेंस का जिम्मा भी कंपनी प्रबंधन को दिया गया था। लेकिन अनुबंध के सात वर्ष बाद भी कंपनी ने सड़क का मेंटीनेंस नहीं कराया। गड्ढों में तब्दील इस सड़क पर आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। बात की जा रही है टिकरी-गिजवार-पथरौला मार्ग की। इसकी लंबाई १७.३० किमी है। वहीं खाम्ह-बरहाई-गिजवार मार्ग लंबाई ९.९९ किमी है।
धौहनी विधायक कुंवर सिंह टेकाम ने क्षतिग्रस्त सड़कों का मामला विधानसभा में उठाया था। उन्होंने क्षेत्रीय लोगों की समस्या बयां करते हुए मार्ग दुरुस्त कराने की मांग की थी। इस पर लोक निर्माण मंत्री रामपाल सिंह ने मार्ग को सही सलामत बताते हुए मेंटीनेंस कराने से मना कर दिया। जबकि, गड्ढों में तब्दील हो चुकी सड़कों पर मुसाफिर हिचकोले खाने को मजबूर हैं।
गड्ढे तो मुसीबत बने ही थे, बारिश सीजन में पीडब्ल्यूडी विभाग ने सड़क पर मिट्टी डाल दी है। इससे वाहन धंसने लगे हैं, वहीं बाइक चालकों को बारिश होने पर इस मार्ग से निकला मौत के रास्ते में सफर करने के बराबर साबित हो रहा है।
कंपनी की इस लापरवाही पर मप्र ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण के महाप्रबंधक रत्नाकर चतुर्वेदी ने कलेक्टर को पत्र लिखकर कंपनी के लापरवाही की शिकायत कई मर्तवा की जा चुकी है। साथ ही कंपनी के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने की भी मांग की गई है। किंतु अब तक महाप्रबंधक के पत्र पर कार्रवाई नहीं हो पाई है।