आलम यह है कि अनलॉक-1 में बाजार भी खुल गए है और सरकारी दफ्तर भी। ऐसे में लोग मनमर्जी पहले की तरह ही घूम रहे हैं। भीड़ लगा रहे हैं। एक दूसरे से सटे जा रहे हैं। इन्हें इस वैश्विक महामारी का तनिक भी खौफ नहीं लगता। उधर सरकारी महकमों ने भी आमजन को उनकी हाल पर छोड़ दिया है। अब यहां बिजली का बिल जमा करने के लिए लोग इस कदर कतार में लगे हैं कि जैसे हाल के दिनों में कुछ हुआ ही न हो। न देह से देह की दूरी का खयाल न मास्क का पता। विभागीय अधिकारी और कर्मचारी भी लापरवाह। उन्हें केवल वसूली से सरोकार है।
आलम यह है कि अनलॉक-1 में सोशल डिस्टेंसिंग का फार्मूला पूरी तरह से फेल हो गया है। सुबह से दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ ऐसे जुटती है मानो कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा समाप्त हो गया हो। सोशल डिस्टेंस को लेकर लगातार जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं और पुलिस सख्ती भी बरती जा रही है, लेकिन लोग पूरी तरह से बेपरवाह नजर आ रहे हैं। दुकानें भले ही हर दिन खोली जा रही हों, लेकिन भीड़ कम नहीं हो रही है।
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने व बिना मास्क लोगों की उमड़ी भीड़ का नजार सोमवार को विद्युत वितरण केंद्र सीधी टाउन-1 में देखने को मिला। बिजली बिल जमा करने की अंतिम तिथि को बिल जमा काउंटर पर उपभोक्ताओं की अच्छी खासी लाइन लगी देखने को मिली। कतार में उपभोक्ता सामाजिक दूरी का पालन न करते हुए एक दूसरे से जुड़कर खड़े थे, वहीं ज्यादातर उपभोक्ता बिना मास्क लगाए ही कतारबद्ध नजर आए। इस ओर विद्युत कंपनी के अधिकारियों ने भी ध्यान नहीं दिया, जिससे वहां संक्रमण फैलने का भी खतरा बना रहा।
लापरवाही जान पर पड़ सकती है भारी
लापरवाही जान पर पड़ सकती है भारी
विद्युत कंपनी के कार्यालय में जिस तरह विद्युत बिल जमा करने के लिए उपभोक्ता बिना मास्क व सामाजिक दूरी का पालन किए बगैर जिस तरह कतारबद्ध नजर आए इसे लापरवाही की हद कहा जा सकता है। देश भर में जिस तरह से कोरोना संक्रमण के कारण लोगों की मौत हो रही है, उसके बावजूद लोग संक्रमण से बचाव को लेकर लगातार लापरवाही बरत रहे हैं, उनकी यह लापरवाही जान पर भारी पड़ सकती है।