निर्णय में देरी बढ़ रही मुसीबत
राज्य सरकार के परीक्षा या प्रमोट करने के निर्णय में हो रही देरी की वजह से विद्यार्थी पढ़ाई भी नहीं कर पा रहे हैं। इसके अलावा अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को बीएड सहित अन्य पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेने की तैयारी करनी है। इससे विद्यार्थियों की आस टूट रही है। युवाओं का कहना है कि विभिन्न विभागों की ओर से इस महीने के आखिर तक भर्तियों की विज्ञप्ति भी निकलनी है। परीक्षा समय पर नहीं होने पर वह आवेदन से वंचित रह सकते हैं।
नया शैक्षिक सत्र बेपटरी
कोरोना की वजह से पिछले दो साल से प्रदेश में कॉलेज शिक्षा का नए शैक्षिक सत्र भी बेपटरी हो रहा है। इस साल भी नया शैक्षिक सत्र तय समय पर शुरू होने की संभावना नजर नहीं आ रही है।
प्रथम वर्ष के विद्यार्थी हो प्रमोट, अन्य की परीक्षा
राज्य सरकार को प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों को प्रमोट करने का निर्णय लेना चाहिए। इसके अलावा जो विद्यार्थी पिछले साल प्रमोट हो चुके है उनकी परीक्षा चाहे किसी भी पैटर्न से ली जाए लेनी चाहिए। इससे उच्च शिक्षा की गुणवत्ता भी बनी रहेगी। ऑनलाइन का पैर्टन भी अपनाया जा सकता है।
नवरंग चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष, राजस्थान प्रदेश निजी कॉलेज संघ