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#सूदखोरी : गरीबी और कर्ज से परेशान होकर 324 लोगों ने उठाया ये खौफनाक कदम, कई परिवार हो रहे तबाह

locationसीकरPublished: May 27, 2018 12:47:55 pm

Submitted by:

vishwanath saini

गरीबी के बाद कर्ज और कर्ज के बाद ब्याज तक ना चुका पाने में जिले के 324 लोगों ने 2 साल में अपनी ईहलीला समाप्त कर ली।

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#सूदखोरी : गरीबी और कर्ज से परेशान होकर 324 लोगों ने उठाया ये खौफनाक कदम, कई परिवार हो रहे तबाह

जोगेन्द्र सिंह गौड़
सीकर. गरीबी के बाद कर्ज और कर्ज के बाद ब्याज तक ना चुका पाने में जिले के 324 लोगों ने 2 साल में अपनी ईहलीला समाप्त कर ली। पुलिस रिकार्ड में सामने आया है कि इनमें सबसे ज्यादा मरने वालों की मौत की वजह गरीबी, आर्थिक तंगी और सिर पर कर्ज होना सामने आया है। जबकि हकीकत यह है कि सूदखोरी में जान गंवाने वाले कई ऐसे मामले भी हैं जो पुलिस तक पहुंचे ही नहीं या फिर सांठगांठ कर उनको मौके पर ही दबा दिया गया। जानकारी के अनुसार सूदखोरी से परेशान होकर मलकेड़ा गांव में रमेश और उसकी पत्नी संपति द्वारा आत्महत्या करने का मामला इकलौता नहीं है। इनके अलावा भी जिले में सूद और ब्याज कई लोगों की मौत का कारण बन चुका है। आत्महत्या के मामलों में पुलिस के आंकड़े भी चौंकाने वाले हैं। जिनमें हर दूसरे से तीसरे दिन कोई ना कोई मौत को गले लगा रहा है। सूदखोरी का कारोबार बढऩे से हालात यह बन चुके हैं कि पिछले केवल दो सालों में 324 लोगों ने आत्महत्या कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। सामने आया है कि इनमें ज्यादा वे लोग शामिल थे जो आर्थिक तंगी और कर्ज व्यापार में घाटे के बाद सूदखोरों के चंगुल में फंस गए। इसके बाद इस जाल से निकलने के लिए इनके पास कोई रास्ता नहीं बचा और अंत में इन्होंने खुद की मौत चुन कर आजाद होने का गलत फैसला चुन लिया। जो कि, बाकी के बचे परिवार के लिए ऐसे जख्म दे गया जिनको भर पाना उनके भी बस में नहीं है।

 


सूदखोरी में महिलाएं
हैरत करने वाली तथ्य यह भी है कि ज्यादा मुनाफे का धंधा साबित होने के कारण इस क्षेत्र में पुरुषों के अलावा महिलाएं भी अपने पैर पसार रही हैं। पुलिस अधीक्षक को तीन दिन पहले सौंपे गए परिवाद में सामने आया है कि सांगरवा की महिला ने किश्तों में दिए दस हजार रुपए वसूलने के लिए पीडि़त पक्ष पर पेनल्टी और 25 रुपए सैकड़े के हिसाब से चुकाने का दबाव बनाया और मकान कब्जे में कर लिए हैं। परिवादी जगदीश प्रसाद का कहना है कि सूदखोरी में मकान हथियाने लेने के कारण वे लोग अब किराए के मकान में बसर कर रहे हैं। इससे पहले उद्योग नगर थाने में जयपुर-झुंझनंू बाइपास के सुभाष ने शिवसिंहपुरा की एक महिला पर एक लाख के बदले सवा तीन लाख रुपए वसूलने का मुकदमा दर्ज कराया था।


तंगी से तबाह हुए परिवार
मलकेड़ा के अलावा रामसीसर के बनवारी, बलोद के रिछपाल, रूकनसर के गिरधारी व सतपाल, खरेटा की ढाणी का किशनलाल, रामगढ़ के सुनील समेत कई नाम हैं, जिनकी मौत की वजह पुलिस जांच में आर्थिक परेशानी रिकार्ड की गई। 114 प्रकरण में तो पुलिस ने जांच कारण भी अज्ञात बताए हैं।

 

150 ने जुटाई हिम्मत
सूदखोरी में ज्यादा ब्याज वसूलने वालों से तंग आकर जिलेभर के डेढ़ सौ से अधिक लोग इनके खिलाफ हिम्मत जुटाकर थाने तक पहुंचे और इनके खिलाफ मुकदमे दर्ज कराए। सबसे ज्यादा मुकदमे उद्योग नगर थाना और कोतवाली में दर्ज कराए गए। इनके अलावा सैकड़ों परिवाद फंसे हुए लोगों ने पुलिस के आला अधिकारियों को देकर सूदखोरों से इनका पिछा छुड़ाने की गुहार लगा रखी है।

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