सूदखोरी में महिलाएं
हैरत करने वाली तथ्य यह भी है कि ज्यादा मुनाफे का धंधा साबित होने के कारण इस क्षेत्र में पुरुषों के अलावा महिलाएं भी अपने पैर पसार रही हैं। पुलिस अधीक्षक को तीन दिन पहले सौंपे गए परिवाद में सामने आया है कि सांगरवा की महिला ने किश्तों में दिए दस हजार रुपए वसूलने के लिए पीडि़त पक्ष पर पेनल्टी और 25 रुपए सैकड़े के हिसाब से चुकाने का दबाव बनाया और मकान कब्जे में कर लिए हैं। परिवादी जगदीश प्रसाद का कहना है कि सूदखोरी में मकान हथियाने लेने के कारण वे लोग अब किराए के मकान में बसर कर रहे हैं। इससे पहले उद्योग नगर थाने में जयपुर-झुंझनंू बाइपास के सुभाष ने शिवसिंहपुरा की एक महिला पर एक लाख के बदले सवा तीन लाख रुपए वसूलने का मुकदमा दर्ज कराया था।
तंगी से तबाह हुए परिवार
मलकेड़ा के अलावा रामसीसर के बनवारी, बलोद के रिछपाल, रूकनसर के गिरधारी व सतपाल, खरेटा की ढाणी का किशनलाल, रामगढ़ के सुनील समेत कई नाम हैं, जिनकी मौत की वजह पुलिस जांच में आर्थिक परेशानी रिकार्ड की गई। 114 प्रकरण में तो पुलिस ने जांच कारण भी अज्ञात बताए हैं।
150 ने जुटाई हिम्मत
सूदखोरी में ज्यादा ब्याज वसूलने वालों से तंग आकर जिलेभर के डेढ़ सौ से अधिक लोग इनके खिलाफ हिम्मत जुटाकर थाने तक पहुंचे और इनके खिलाफ मुकदमे दर्ज कराए। सबसे ज्यादा मुकदमे उद्योग नगर थाना और कोतवाली में दर्ज कराए गए। इनके अलावा सैकड़ों परिवाद फंसे हुए लोगों ने पुलिस के आला अधिकारियों को देकर सूदखोरों से इनका पिछा छुड़ाने की गुहार लगा रखी है।