-सर्व शिक्षा अभियान के तहत शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसमें जिला का शैक्षिक स्तर सुधारने पर जोर दिया जा रहा है। इसके अलावा वह क्षेत्र चिह्नित किया जा रहा है जहां परिणाम कमजोर रहा है। इसके अलावा उन विषयों की भी समीक्षा की जा रही है, जिनका परिणाम कमजोर रहा है। इसमें और सुधार करवाया जाएगा। इसके लिए सभी को निर्देशित किया जा रहा है।
दीपचंद बुनकर, जिला शिक्षा अधिकारी,प्रारंभिक, सीकर
जिला रेंकिंग
श्रीगंगानगर 1
झालावाड़ 2
दौसा 3
भरतपुर 4
हनुमानगढ 5
अलवर 6
झुंझुनूं 7
सीकर 8
भीलवाड़ा 9
डूंगरपुर 10
नागौर 11
चूरू 12
बपांदग धौलपुर 13
अजमेर 15
जोधपुर 14
करौली 16
बाड़मेर 17
जयपुर 18
सवाईमाधोपुर 19
बीकानेर 20
पाली 21
टोंक 22
राजसमंद 23
जालोर 24
जैसलमेर 25
चित्तौडगढ़़ 26
बूंदी 27
कोटा 28
बारां 29
बांसवाड़ा 30
उदयपुर 31
प्रतापगढ़ 32
सिरोही 33
इनसे आगे
जयपुर, जोधपुर, अजमेर, बीकानेर, कोटा, उदयपुर सहित कई बड़े शहरों से तो अपना सीकर आगे रहा है, लेकिन सात जिलों से फिर भी पीछे रह गया।
धीमी प्रगति कलक्टर ने अधिकारियों को चेताया
सीकर. मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तृतीय चरण में की धीमी गति को लेकर जिला कलक्टर ने सभी अधिकारियों को कार्ययोजना के अनुसार 30 जून तक समस्त कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं। जिला कलक्टर नरेश कुमार ठकराल की कलक्ट्रेट सभागार में विभागीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक को सबोधित कर रहे थे। उन्होंने अधिकारियों को चेताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने एसई, वाटर शेड से कहा कि प्रगति में सुधार नहीं कर रहे अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए। जिले में बडे जोहड़ों, तालाबों के जीर्णाेद्धार कर आधुनिक बनाया जाए कि कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए।