प्रिंट लेकर कर सकेंगी यात्रा
रक्षाबंधन के दिन बसों में काफी भीड़ हो जाती है। इसके चलते महिलाओं को खड़े होकर सफर करना पड़ता है। ऐसे में निशुल्क आरक्षण नहीं होने से परेशानी होती है। नई व्यवस्था के तहत कोई भी अग्रिम आरक्षण कराने के लिए वेबसाइट पर जाना होगा। इसके बाद ई-टिकटिंग ऑप्शन में जाकर मांगी जाने वाली जानकारी भरनी होगी। इसके बाद महिला यात्री का नाम व जेंडर में फीमेल दर्ज करना होगा। प्रकिया पूरी होने के बाद निशुल्क किराए की टिकट बन जाएगी। यात्रा के दौरान इसका प्रिंट परिचालक को दिखाकर सीट प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही यात्रा के दौरान पहचान पत्र भी साथ में रखना जरूरी होगा।
बच्चे की बीमारी और उच्च शिक्षा के लिए मिलेगी लीव
रोडवेज में कार्यरत महिला कर्मचारी भी बच्चे की बीमारी व उच्च शिक्षा के लिए चाइल्ड केयर लीव का लाभ उठा सकेगी। महिला कर्मचारी अपने पूरे सेवाकाल में 2 बच्चों की देखभाल के लिए 750 दिन की चाइल्ड केयर लीव मिलेगी। इसमें एक बार में न्यूनतम 15 दिन व अधिकतम 180 दिन का अवकाश लिया जा सकेगा। अभी सिर्फ प्रसूता कर्मचारी को ही चाइल्ड केयर लीव मिलता था। जारी आदेशों के अनुसार चाइल्ड केयर लीव महिला कर्मचारी के द्वारा अपने सबसे बड़े 2 बच्चों या उनमें से किसी एक बच्चे का पालन, परीक्षा या बीमारी आदि के समय देखभाल करने लिए मिलेगा। हालांकि अवकाश पर जाते समय यह भी सुनिश्चित करना होगा कि उसके अवकाश के दौरान विभागीय कामकाज पर कोई भी प्रभाव नहीं पड़ेगा।