वायरल दिखा रहा असर ये सक्रिय वायरस एंटी बायोटिक और दर्द निवारक दवा लेने के बाद भी खांसी व पसलियां व पेट दर्द सरीखे लक्षण दिखा रहा है। चिकित्सकों का कहना है कि एक तरह का वायरस दवा के बाद दुबारा हमला नहीं करता है। एंटी बायोटिक दवा लेने के कारण शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। इस कारण वायरस का दूसरा स्वरूप पीछा नहीं छोड़ता है। यही कारण है इन दिनों वायरल से पीडि़त लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। निजी अस्पतालों का आउटडोर बढ़ता जा रहा है।
बारिश के बाद बढ़ी समस्या
मौसम में आए उतार-चढ़ाव के कारण एक सप्ताह से अधिक समय से बीमार है। आमतौर पर साधारण वायरल कम मात्रा वाली एंटी बायोटिक से ठीक हो जाता है। ये दवाएं तीन से चार दिन तक लेनी होती है, लेकिन पिछले एक पखवाडे से आ रहे मरीजों को वायरल के लिए दी जाने वाली एंटी बायोटिक दवाओं को बदलने के बाद भी वायरल पूरी तरह ठीक नहीं हो रहा है। इस कारण चिकित्सा अधिकारी भी इसे वायरल का दूसरा स्वरूप बता रहे हैं।
इनका कहना है
बारिश के बाद मच्छर पनप रहे हैं। एलाइजा टेस्ट में पुष्टि होने के बाद ही डेंगू का रोगी होता है। फिलहाल वायरल बुखार के पीडि़त अस्पताल में मरीज आने लगे हैं। अगले सप्ताह तक डेंगू सरीखी मौसमी बीमारियों के रोगी सामने आने लगेंगे। रेपिड रेस्पोंस टीम को सतर्क कर दिया गया है।
डा. अजय चौधरी, सीएमएचओ सीकर
बारिश के बाद मच्छर पनप रहे हैं। एलाइजा टेस्ट में पुष्टि होने के बाद ही डेंगू का रोगी होता है। फिलहाल वायरल बुखार के पीडि़त अस्पताल में मरीज आने लगे हैं। अगले सप्ताह तक डेंगू सरीखी मौसमी बीमारियों के रोगी सामने आने लगेंगे। रेपिड रेस्पोंस टीम को सतर्क कर दिया गया है।
डा. अजय चौधरी, सीएमएचओ सीकर