इस कारण आई गिरावट
सीकर जिले में इस समय प्याज की खुदाई चल रही है। सीकर मंडी में प्याज का सीजन करीब चार माह चलता है जो मार्च माह के अंतिम सप्ताह में शुरू हो जाता है। सीकर के प्याज की मिठास को देखते हुए दूसरे राज्यों के व्यापारी मंडी में बोली लगाने आते हैं लेकिन लोकसभा चुनाव को देखते हुए अधिकांश व्यापारी अपने-अपने घरों को चले गए जिससे प्याज का सीजन एक बार बेपटरी हो गया। वहीं किसानों ने मंडी बंद होने के कारण प्याज की खुदाई की। जिससे सीकर मंडी में करीब 20 हजार कट्टे के सीजन के प्याज उत्पादन में जिले के करीब पचास हजार किसान प्रत्यक्ष रूप से निर्भर है।
इनका कहना है
मतदान के कारण दो दिन के अवकाश के बाद सीकर मंडी में प्याज की खरीद दोबारा शुरू हो गई है। मंडी में प्याज के थोक भाव छह से 13 रुपए प्रतिकिलो तक बोले गए। देवीलाल चौधरी, थोक विक्रेता सीकर मंडी