19 अप्रेल से था साथ
मृतक का भाई 19 अप्रेल से उसके साथ था। मृतक के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद मृतक के भाई को संदिग्ध मानते हुए चरक भवन में क्वॉरेंटाइन किया गया था। इसके बावजूद उसे मोक्ष धाम में अकेला छोड़ दिया गया। मृतक के भाई ने बताया कि वह वहां से अनजान था ऐसे में उसने लोगों से रास्ता पूछ-पूछ कर अस्पताल तक 4 किलोमीटर का सफर पैदल ही तय किया। कोरोना संदिग्ध को इस प्रकार अकेला छोडऩा जयपुर प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़ा कर रहा है।
रायपुर मोड पर पुलिस कर रही है लगातार गश्त
रायपुर मोड निवासी युवक के कोरोना संक्रमित निकलने के बाद एहतियात के तौर पर वहां के निवासियों का बाहर निकलना बिल्कुल बंद कर दिया गया है। रायपुर मोड पर पुलिसकर्मियों को 24 घंटे तैनात किया गया है साथ ही लगातार पुलिस की गश्त भी चल रही है। थानाधिकारी नरेंद्र भड़ाना ने बताया कि रायपुर मोड, बागेश्वर, नाथूवाला इन्दिरा कॉलोनी डोकन में एहतियात के तौर पर बाहर निकलने नहीं दिया जा रहा है।
ग्रामीणों ने किए गांव के रास्ते बंद
रायपुर मोड पर कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद आसपास के गांवों के ग्रामीणों ने अपने गांव में किसी बाहर वाले को नहीं आने तथा गांव के लोगों के बाहर नहीं जाने के लिए मुख्य रास्तों को कांटे, पत्थर तथा बैरियर लगाकर बंद कर दिया है। इन गांवों में बाहरी आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया है। डोकन में बैरियर के पास पूर्व होमगार्ड जवान सुरेंद्र शर्मा सहित कई युवक 24 घंटे ड्यूटी दे रहे हैं। वहीं नाथूवाला में मुख्य सडक़ को पत्थर तथा कांटे लगाकर बंद कर दिया गया है।