जानकारी के मुताबिक 33 सूत्रीय मांगों को लेकर चिकित्सक हड़ताल पर चले गए थे। चेतावनी के बावजूद चिकित्सकों के काम पर नहीं लौटने पर सरकार ने प्रदेशभर में रेस्मा लागू कर प्रशासन व पुलिस को गिरफ्तारी के आदेश दिए थे। रेस्मा के दौरान सोशल मीडिया पर डॉ. काजला अपने तीन दोस्तों के साथ दिखाई दिए।
जिसमें उन्होंने आईएएस से घबराने की जरूरत नहीं होने की बात कही। स्वयं को कराची में होना बताकर पाकिस्तान मेडिकल एसोसिएशन अध्यक्ष से वार्ता व अपने पक्ष में करने का दावा किया। वीडियो में एक अन्य चिकित्सक के भी आईएएस से नहीं डरने की बात नहीं कहते हुए बताया गया।
चिकित्सक काम पर लौटे, मरीजों को मिली राहत
झुंझुनूं. सरकार व चिकित्सक संघ के प्रतिनिधि मण्डल के बीच हुई वार्ता के बाद सोमवार को चिकित्सक काम पर लौट आए। चिकित्सकों के काम पर लौटने से मरीज व उनके परिजनों ने राहत की सांस ली। चिकित्सकों के काम पर लौटने से राजकीय बीडीके अस्पताल में परामर्श के लिए मरीजों की लम्बी लाइनें लगी रही।
चिड़ावा. 33 सूत्री मांगों को लेकर सात दिन तक हड़ताल पर डॉक्टर सोमवार को काम पर लौटे। हड़ताल खत्म होने के बाद राजकीय अस्पताल में मरीजों की भीड़ उमड़ पड़ी।
&सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो पूरी तरह से फेक है, चिकित्सकों ने अपनी मांगे सरकार के समक्ष रखी थी। जिसका समाधान का आश्वासन दिया है।
डॉ. नरेन्द्र काजला