शादियों का सीजन शुरू, लोग हो रहे परेशान शादियों का सीजन एक बार फिर शुरू हो गया है लेकिन बाजार में नकदी का फ्लो नहीं है। इस कारण हर कोई परेशान है। इसका असर मुख्य बाजारों में खरीददार और दुकानदारों पर भी पड़ रहा है। इसके अलावा स्कूल का सत्र शुरू होने से और दवा की खरीद के लिए लोग खासे परेशान रहे। वहीं जिम्मेदार बैंकों में पर्याप्त नकदी होने का हवाला दे रहे हैं।
यह है कारण नाम नहीं छापने की शर्त पर एक बैंक कर्मी ने बताया कि रिजर्व बैंक की ओर से करीब छह माह में एक बार नकदी भेजी जाती है। इसके बाद नकदी का काम बैंकों में लेन-देन की राशि के जरिए ही होता है। लोगों ने बैंकों से पैसा लेकर फिर जमा करना शुरू कर दिया है। इस कारण बैंकों में नकदी वापस नहीं आ रही है। परेशानी को देखते हुए इस सप्ताह में आरबीआई की ओर से सीकर जिले में एक करोड़ रुपए की करेंसी भेजी जाएगी। जिससे कुछ हद तक निजात मिल जाएगी।
सुबह से ही मची थी मारामारी मंगलवार सुबह से शहर के अधिकतर एटीएम पर नकदी नहीं थी। कई जगह ऐसे भी मिले जहां पर मशीन में नकदी तो थी लेकिन सर्वर डाउन का मैसेज चल रहा था। सीकर जिले में सरकारी निजी बैंकों के करीब 150 से ज्यादा एटीएम है जिनमें सर्वाधिक एटीएम एसबीआइ समूह के है। इन एटीएम में 24 घंटे के दौरान एक बार नकदी भरी जाती है। जिले के एटीएम में नकदी भरने का जिम्मा निजी कम्पनियों के पास है। एक एटीएम में नकदी भरने के दौरान कम से कम 30 मिनट लगते हैं। नकदी भरने का काम सुबह 11 बजे से रात दस बजे तक होता है। इस कारण सभी एटीएम में नकदी नहीं भर जा सकती है। सुबह भरी गई नकदी शाम होते-होते खत्म हो जाती है। इस कारण परेशान होती है।
नहीं है समस्या जिले में नकदी की किल्लत जैसी कोई समस्या नहीं है। कई बार एटीएम सर्वर डाउन होने के कारण खराब हो जाते हैं। जिन एटीएम में पैसा नहीं है उनकी सूची के अनुसार उच्चाधिकारियों को इससे अवगत कराया जाएगा।- मुकेश व्यास, जिला अग्रणी अधिकारी सीकर