scriptकेंद्रीय आवास एवं शहरी मंत्रालय चार जनवरी से देश के 4041 शहरों में करेगा ऐसा अनोखा काम | clean india mission start on 4 january 2018 in sikar | Patrika News
सीकर

केंद्रीय आवास एवं शहरी मंत्रालय चार जनवरी से देश के 4041 शहरों में करेगा ऐसा अनोखा काम

इस दौरान टीम को उपलब्ध करवाई गई जानकारी गलत होने पर टीम नेगेटिव मार्किंग करेगी। डायरेक्ट ऑब्जर्वेशन के 1200 अंक व सिटीजन फीडबैक के 1400 अंक के लिए नगर

सीकरDec 27, 2017 / 11:34 am

vishwanath saini

sikar news
फतेहपुर. सीकर. स्वच्छ भारत मिशन के तहत केंद्रीय आवास एवं शहरी मंत्रालय द्वारा देश के 4041 शहरों में स्वच्छ सर्वेक्षण2018 होने जा रहा है। इसके लिए कुल 4000 अंक निर्धारित किए है, अंकों को तीन भागों में बांटा गया है। इनमें सर्विस लेवल प्रोग्रेस के 1400 अंक, डायरेक्ट ऑब्जर्वेशन के 1200 अंक व सिटीजन फीडबैक के 1400 अंक निर्धारित किए गए है। इस बार खास यह है कि सर्वेक्षण के लिए आने वाली टीम खुद भी आवासीय व व्यावसायिक जगहों का निरीक्षण करेगी।
इस दौरान टीम को उपलब्ध करवाई गई जानकारी गलत होने पर टीम नेगेटिव मार्किंग करेगी। डायरेक्ट ऑब्जर्वेशन के 1200 अंक व सिटीजन फीडबैक के 1400 अंक के लिए नगर निकाय की टीम को जमीन पर काम करना पड़ेगा। डायरेक्ट ऑब्जर्वेशन के तहत आने वाले टीम पूरे शहर की सफाई व्यवस्था का निरीक्षण करके ही अंक देगी। इसके लिए निकाय को शहर में पूरी तरह से सफाई करनी होगी। मगर पर्याप्त संसाधन नहीं होने व नियमित निगरानी के अभाव में शहर को स्वच्छ बनाने के लिए निकाय कमजोर साबित होते दिख रहे हैं।
सिटीजन फीडबैक रहेगा अहम

सिटीजन फीड बैक के लिए निर्धारित 1400 अंक निकायों के अधीन नहीं है। यह अंक जनता के द्वारा दिए जायेंगे। स्पष्ट है कि शहर में गंदगी रहेगी तो नगर वासियों की प्रतिक्रिया नकारात्मक होगी। शहर में गंदगी को लेकर शहर वासियों में ऐसे ही नाराजगी रहती है, ऐसे में नंबर सही नहीं दिए गए तो शहर की रैकिंग नीचे आ जायेगी।
सर्विस लेवल प्रोगेस के तहत निर्धारित 1400 अंक में नेगेटिव मार्किंग का प्रावधान भी है। जो कि निकायों के लिए भारी हो रहा है। इसके लिए निकायों द्वारा सफाई व्यवस्था के सभी दस्तावेज तैयार किए जा रहे है। इसमें विशेष तौर पर सफाईठेकेदार से संबंधित मैन पावर व संसाधन, शहर में बनाएं गए सार्वजनिक शौचालय, डोर टू डोर कचरा उठाने आदि व्यवस्थाओं से संबंधित रिपोर्ट तैयार कर रहे है।
रिपोर्ट का सर्वेक्षण टीम आंकलन कर क्रास चैकिंग भी करेगी। क्रास चैकिंग में जितनी कमियां पाई जाएगी, उतने ही अंक काटे जायेंगे। इससे पहले सिर्फ दस्तावेज व रिपोर्ट के आधार पर ही अंक दिए गए थे। इस बार निकायों द्वारा नेगेटिव मार्किंग को देखते हुए सही रिपोर्ट तैयार करने पर जोर दिया जा रहा है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो