तलाशा गया इंची टेप
शहर के बोर्ड परीक्षा केन्द्रों पर इस एडवाइजरी की पालना के लिए इंची टेप तलाशा गया। दो परीक्षार्थियों की टेबिल के बीच एक मीटर की दूरी नापी गई। जिसके बाद ही परीक्षार्थियों को बिठाया गया। बता दें कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए विभिन्न निर्देशों की पालना सुनिश्चित करने में प्रशासन लगा हुआ है, जो काफी कठिन भी साबित हो रहा है।
एक कमरे में अब 12 परीक्षार्थी
कोरोना के चलते अब सामान्यत: एक कमरे में 12 परीक्षार्थी ही बैठाए जा रहे हैं। अब परीक्षा कक्ष काफी खुला-खुला हो चुका है। इस नए बदलाव की शिक्षा विभाग में काफी चर्चा भी है।
क्या वीक्षक रख रहे हैं दूरी!
परीक्षार्थियों के मुताबिक कोरोना के भय से वीक्षक नकल को लेकर पहले जैसी सख्ती नहीं बरत रहे हैं। नाम ना प्रकाशित करने की शर्त पर छात्रों ने बताया कि वीक्षक प्रश्न पत्र और उत्तरपुस्तिका बांटने के बाद कक्ष में कम ही चक्कर लगा रहे हैं, बल्कि एक ही स्थान पर खड़े रहते हैं। हालांकि कुछ छात्र व विभाग इससे मनाही भी करते हैं।
296 केन्द्रों पर 1.07 लाख परीक्षार्थी
जिले में बोर्ड परीक्षाएं 296 केन्द्रों पर हो रही हैं। इन केन्द्रों पर कुल एक लाख सात हजार परीक्षार्थी परीक्षा दे रहे हैं। परीक्षा अप्रेल माह तक होंगी। कोरोना वायरस से बचाव को लेकर विभाग और राज्य सरकार सजगता बरत रहे हैं।