ऊंट, घोड़े और बैंडबाजों के शाही लवाजमे के बीच शोभायात्रा पुष्प वर्षा के बीच जाट बाजार, सूरजपोल दरवाजा, घंटाघर व दूजोद दरवाजा होते हुए रामलीला मैदान पहुंची। यहां राम व रावण आमने सामने हो गए। भगवान राम के जयकारों के बीच आतिशबाजी शुरू हो गई। इससे माहौल में रोशनी के साथ उत्साह भर गया। इसके बाद रावण को मारने के लिए राम ने एक एक कर बाण छोडऩा शुरू किया। लेकिन, रावण टस से मस नहीं हुआ। यह देख विभीषण ने गुप्त मंत्रणा में राम को रावण की नाभि में अमृत कुंड होने की बात कही।
जिसे सुन राम ने अग्नि बाण का संधान किया और अभिमंत्रित कर उसे रावण पर छोड़ दिया। बाण लगते ही रावण जलने लगा और कुछ देर में जमीन पर गिरकर धाराशाही हो गया। यह देख में भगवान राम के जयकारों की गूंज और तेज हो गई। लोगों ने तालियां बजाकर अहम और वहम के प्रतीक रावण पर राम की जीत की खुशियां मनाई। इसके बाद राम राज्याभिषेक का मंचन हुआ।
मेले का लूटा मजा
रामलीला मैदान में राम रावण युद्ध के साथ मेले का आयोजन भी हुआ। जिसमें लोगों ने खरीददारी लुुत्फ लिया। इस दौरान छोटे बच्चे खिलौनों की खरीददारी के साथ झूलों का मजा लेते रहे, तो युवतियां व महिलाओं का जोर चाट पकौड़े खाने पर रहा।
सेल्फी विद रावण की होड़
रामलीला मैदान में लोगों की रावण के साथ सेल्फी लेने की होड भी नजर आई। अकेले में तो कुछ गु्रप में रावण के पुतले के साथ सेल्फी लेते नजर आए। श्रीराम शोभायात्रा में भी सेल्फी का जुनून इसी कदर हावी दिखा।